उत्तर प्रदेश में पकड़े गए धर्मांतरण कराने वाले मास्टर माइंड उमर गौतम के जुड़े बैंक खातों की जांच आयकर विभाग कर सकता है। इसको लेकर उप्र एटीएस ने आयकर विभाग से उमर के सभी खातों का ब्यौरा साझा किया है। उमर की संस्था इस्लामिक दावाह सेंटर व फातिमा चैरिटेबल ट्रस्ट के खातों में अवैध लेनदेन होने की पुष्टि की गयी है। वहीं, इस मामले में पहले से ही प्रवर्तन निदेशालय इन खातों की जांच कर रहा है। इसके साथ ही मामले की जांच करते हुए एसटीएस भी शिकंजा कस रही है।

एसटीएस की जांच में मिले हैं कई सबूत
एटीएस की जांच में यह बात सामने आयी है कि उमर की संस्था इस्लामिक दावाह सेंटर व फातिमा चैरिटेबल ट्रस्ट के खातों का कोई आडिट नहीं हुआ था। इतना ही संस्थाओं ने कभी आयकर रिटर्न भी दाखिल नहीं किया है।
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एटीएस की जांच में सामने आया है कि आइडीसी व फातिमा चैरीटेबल ट्रस्ट के खातों में हुए लेनदेन का कोई आडिट नहीं हुआ था और न ही इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया गया था। जबकि इन खातों में खाड़ी देशों से बड़ी रकम आने की पुष्टि हुई है। इसी वजह से एटीएस आरोपितों पर विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, (फेमा) लगाने के लिए भी कानून राय ले रही है।
रिमांड बढ़ाने के लिए एटीएस कोर्ट में डालेगी अर्जी
पुलिस कस्टडी में लिए गए मुख्य आरोपित उमर गौतम और जहांगीर आलम की सात दिनों की रिमांड बुधवार को खत्म हो गई है। एटीएस के मुताबिक, इन सात दिनों में पूछताछ के दौरान कई बातें खुलकर सामने आयी है। इन दोनों से अभी बहुत कुछ उगलवाना बाकी है। ऐसे में इनकी रिमांड बढ़ाने के लिए एटीएस कोर्ट को अर्जी दे सकती है।
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