श्रीमनकामेश्वर घाट उपवन में कार्तिक पूर्णिमा पर, शुक्रवार को दो लाख से अधिक दीपक प्रज्जवलित किए गए। टिमटिमाते दीयों से बड़ा ही मनोहारी दृश्य लग रहा था। साथ ही 11 वेदियों से मां गोमती की आरती की गई। इस अवसर पर प्रसिद्ध भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा के भजनों से वातावरण भक्तिमय हो गया। यह आयोजन डालीगंज स्थित श्रीमनकामेश्वर मठ-मंदिर की ओर से किया गया।
त्रिपुरासुर के वध का मना जश्न, गूंजे बम बम भोले के जयकारे
अचार्य विवेकानंद के वेद मंत्रों के साथ वाराणसी की तरह घाट उपवन पर 11 वेदियों से आदिगंगा मां गोमती की आरती की गई। आरती के समय सेवादारों के शंखनाद, बिगुल, घंटे- घड़ियाल की ध्वनि और बम बम भोले के जयकारों से घाट उपवन गूंज उठा। मंदिर की श्रीमहंत देव्यागिरी ने पौराणिक आख्यान बताया कि भगवान शंकर ने देवताओं की प्रार्थना पर महाबलशाली दैत्य त्रिपुरासुर का वध किया था। उसी के उल्लास में हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली मनायी जाने लगी।
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दो लाख दीपकों ने धरा भी टिमटिमाने लगी
देव दीपावली पर सामूहिक दीपोत्सव का सुंदर दृश्य मनकामेश्वर घाट उपवन में देखने को मिला। वहां दो लाख से अधिक सामूहिक दीप प्रकाशित हुए तो लोगों का उत्साह देखते ही बना। लोगों ने इस पल को अपने मोबाइल कैमरों में कैद किया और सेल्फ भी ली। महंत ने बताया कि इस बड़े आयोजन में हर सौ दीपकों का दायित्व एक स्वंय सेवक को सौंपा गया था। इस पूरे आयोजन में पन्द्रह लीटर वाले तेल के 150 डिब्बे लगे। घाट पर दीपों से जयश्रीराम, दीपक, त्रिशूल, कमल, नमोःस्तुते मां गोमती, सतिया, ओम, प्रथम देव गणपति जैसी मांगलिक आकृतियां भी बनायी गई थीं। इसके साथ ही मां दुर्गा, महादेव शंकर, मां काली, राम भक्त हनुमान, कमल लक्ष्मी का विशाल दरबार भी सजाया गया था। आयोजन को सफल बनाने में गौरव शुक्ला, आनंद सोनकर, रवि चंचल, अभिषेक सोनकर, प्रवीन यादव, अजय राजपूत, नीतू शर्मा, ज्योति, मालती, सुनीता, नैनागिरि, गौरजा गिरि, मुकेश गुप्ता, उपमा पाण्डेय, आलोक वर्मा, जगदीश गुप्ता अग्रहरि सहित अन्य शामिल रहे। इस मौके पर श्रीमहंत देव्यागिरि ने आवाह्न किया कि वह अपने-अपने घरों में देवदीपावली पर पांच दीपक अवश्यक जलाएं। जगदीश गुप्ता के संचालन में पूनम विष्ट का रेखा मिश्रा ने भी भजन गाए।
लखबीर के भजनों से गूंजा मनकामेश्वर घाट उपवन
भजन गायक लखबीर सिंह कार्तिक पूर्णिमा भजन सुनाकर हृदय जीत लिया।