देहरादून । उत्तराखंड के चमोली में फिर बड़ा हादसा हुआ है। यहां के गोविंदघाट के पास अचानक पहाड़ी टूटने से हेमकुंड साहिब को जोड़ने वाला पुल टूट गया है। आपको बता दें कि चमोली जिले में हिमस्खलन का खतरा बरकरार है। मौसम विभाग ने आठ मार्च से मौसम में बदलाव के संकेत दिए हैं।
चमोली जिले में इससे पहले मंगलवार को भी मौसम खराब रहा। बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हुई। इससे जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हालांकि पूर्वाह्न 11 बजे मौसम सामान्य हुआ और धूप खिली लेकिन देर शाम को फिर मौसम खराब हो गया।
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह घटना सुबह करीब 10 बजे हुई, जब पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूटकर पुल पर गिर गया। गनीमत रही कि इस दौरान कोई तीर्थयात्री या स्थानीय व्यक्ति पुल पर मौजूद नहीं था, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि, इससे यात्रियों और स्थानीय लोगों की आवाजाही प्रभावित हो गई है। सिखों के पवित्र तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट इस वर्ष 25 मई को खुलने वाले हैं। ऐसे में यात्रा की तैयारियां जोरों पर चल रही थीं, लेकिन इस पुल के टूटने से अब यात्रा पर असर पड़ सकता है।
गौरतलब है कि 2013 की आपदा में भी इस स्थान पर पहले बना पुल बह गया था, जिसके बाद इस नए पुल का निर्माण किया गया था। यह पुल गाड़ियों के आवागमन के लिए नहीं था, बल्कि तीर्थयात्रियों और स्थानीय ग्रामीणों के लिए बनाया गया था। हेमकुंड साहिब के कपाट अभी बंद हैं, इसलिए इस मार्ग पर अधिक भीड़ नहीं थी। इस समय केवल पुलना गांव के ग्रामीण ही इस मार्ग पर तीन किलोमीटर तक गाड़ियों से आवाजाही कर रहे थे।