विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत, श्रद्धांजलि देने पहुंचे अजय राय को झेलना पड़ा लोगों का गुस्सा

गोरखपुर: 28 वर्षीय कांग्रेस कार्यकर्ता के अंतिम संस्कार में गुरुवार को गोरखपुर स्थित उनके पैतृक गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रमुख अजय राय उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस पर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई और उन पर राजनीतिक लाभ के लिए इस त्रासदी का फायदा उठाने का आरोप लगाया।

विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई थी प्रभात पांडे की मौत

बुधवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश विधानसभा के पास पार्टी के विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रभात पांडे की मौत हो गई। अजय राय ने दावा किया कि उनकी मौत पुलिस की बर्बरता के कारण हुई। हालांकि, पुलिस ने कहा कि उन्हें कांग्रेस कार्यालय से अस्पताल मृत अवस्था में लाया गया था।

कांग्रेस कार्यकर्ता का शव गुरुवार को अंतिम संस्कार के लिए घर लाया गया। उनके शोक संतप्त पिता दीपक पांडे ने रोते हुए कहा कि यह मेरे कर्मों का फल है। मेरा इकलौता बेटा चला गया। अंतिम संस्कार स्थल पर उनकी मां बेहोश हो गईं, जबकि उनके दादा, जो सेवानिवृत्त डाक कर्मचारी हैं, सदमे में थे और बोलने में असमर्थ थे।

स्थानीय लोगों ने कांग्रेस के खिलाफ की नारेबाजी

कांग्रेस अध्यक्ष जब राय श्रद्धांजलि देने पहुंचे तो माहौल गरमा गया और स्थानीय लोगों ने ‘अजय राय वापस जाओ’, ‘हत्यारे दल वापस जाओ’ और ‘राहुल गांधी मुर्दाबाद, प्रियंका गांधी मुर्दाबाद’ जैसे नारे लगाए। तनाव बढ़ने पर पुलिस ने भी हस्तक्षेप किया। गुस्साए ग्रामीणों ने अजय राय पर राजनीतिक लाभ के लिए इस त्रासदी का फायदा उठाने का आरोप लगाया। भीड़ ने यहां कोई नाटक नहीं है, चिल्लाते हुए राय को चिता के पास जाने से रोक दिया।

अजय राय ने किया लोगों को शांत करने का प्रयास

भीड़ को शांत करने के प्रयास में अजय राय ने अपना जनेऊ दिखाया और कहा कि मैं भी ब्राह्मण हूं, सच्चा 24 कैरेट का। अन्य कांग्रेस नेताओं द्वारा लगातार अपील करने के बाद उन्हें अनिच्छा से श्रद्धांजलि अर्पित करने की अनुमति दी गई।

पांडे की मौत को लेकर उठे विवाद ने राजनीतिक तनाव को और गहरा कर दिया है। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिल का दौरा पड़ने की बात कही गई है, लेकिन उनके परिवार को संदेह है कि इसमें कुछ गड़बड़ है और उन्होंने उनकी मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

मृतक के चाचा ने दर्ज कराई हत्या की प्राथमिकी

उनके चाचा मनीष पांडे की शिकायत के आधार पर लखनऊ के हुसैनगंज पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। मनीष पांडे ने सवाल किया कि अगर प्रभात कांग्रेस कार्यालय में दो घंटे तक बेहोश रहे, तो उन्हें पहले अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया?

राहुल गांधी ने सरकार को ठहराया प्रभात पांडे की मौत का जिम्मेदार

युवा कांग्रेस के सक्रिय सदस्य पांडे कंप्यूटर कोर्स करने के लिए लखनऊ में अपने चाचा के साथ रह रहे थे। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कांग्रेस नेताओं ने बुधवार को इस घटना की कड़ी निंदा की है।

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राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया कि उत्तर प्रदेश में एक बार फिर लोकतंत्र और संविधान की हत्या की गई है। कांग्रेस के बहादुर शेर अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। इस बीच अजय राय ने पांडे की मौत के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि यह मौत नहीं, बल्कि हत्या है। प्रभात ने अपने साथियों को बताया कि पुलिस ने उसे पीटा था, उसके बाद वह गिर गया।