बीते महीने शाही जामा मस्जिद के दूसरे सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा के पीड़ितों से मिलने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अब हाथरस की ओर रुख किया है। वे गुरुवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस के लिए रवाना हुए। बीते दिन उन्होंने वायनाड सांसद प्रियंका गांधी के साथ संभल हिंसा में मारे गए पांच लोगों के परिवारों से मुलाकात की थी। राहुल गांधी के हाथरस दौरे को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी प्रतिक्रिया दी है।
उपमुख्यमंत्री ने राहुल गांधी के हाथरस दौरे पर दी प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के हाथरस दौरे को देखते हुए यहां स्थित बूलगढ़ी गांव में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी क्योंकि वह 2020 के बलात्कार पीड़िता के परिवार से मिल सकते थे।
उनके दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी, आपके अंदर निराशा का भाव है, आप कुंठा के शिकार हैं। आपको यह भी नहीं पता कि हाथरस मामले की सीबीआई ने जांच की है।
क़ानून व्यवस्था के मामले में उत्तर प्रदेश नंबर 1
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि मामला कोर्ट में चल रहा है। आज उत्तर प्रदेश इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में, कानून व्यवस्था के मामले में नंबर 1 राज्य बनने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। पूरे देश में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की चर्चा होती है। आज हम कह सकते हैं कि उत्तर प्रदेश में औद्योगिक क्रांति आ रही है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आप उत्तर प्रदेश को अराजकता की आग में, दंगों की आग में झोंकना चाहते हैं, लोगों को भड़काना चाहते हैं। कृपया ऐसा न करें, मेरा आपसे अनुरोध है कि उत्तर प्रदेश पूरे देश में नंबर 1 राज्य बनने की तैयारी कर रहा है।
2020 में हाथरस के पीड़ित परिवार से मिले थे राहुल गांधी
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने 2020 में पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी और योगी आदित्यनाथ सरकार पर पीड़ित परिवार पर शोषण और अत्याचार करने का आरोप भी लगाया था।
राहुल गांधी ने एक्स पर किया था पोस्ट
राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि देखिए, #हाथरस में पीड़ित परिवार को यूपी सरकार के हाथों किस तरह के शोषण और अत्याचार का सामना करना पड़ा। हर भारतीय के लिए उसके साथ हुए अन्याय के बारे में सच्चाई जानना बहुत ज़रूरी है।
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14 सितंबर, 2020 को हाथरस में 19 वर्षीय दलित महिला की नृशंस हत्या और कथित यौन उत्पीड़न के ठीक चार साल बाद, उसके परिवार ने अभी तक उसकी अस्थियों को विसर्जित नहीं किया है, उनका कहना है कि वे अभी भी न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।