महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से महायुति सरकार बनने के बाद शनिवार को विधानसभा का तीन दिवसीय विशेष सत्र शुरू हुआ। इसमें 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा ने विधायकों को पद की शपथ दिलाई जाएगी। हालांकि, विधानसभा में विपक्ष की भूमिका निभाने वाली महा विकास अघाड़ी गठबंधन के विधायकों ने इस शपथ ग्रहण समारोह का विरोध किया है।
आदित्य ठाकरे ने कहा- एमवीए करेगी बहिष्कार
इस बात की जानकारी देते हुए शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने शनिवार को कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के विधायक नवनिर्वाचित राज्य विधानसभा के शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करेंगे। नवगठित 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा का तीन दिवसीय विशेष सत्र शनिवार को शुरू हुआ, जहां विधायकों को पद की शपथ दिलाई जाएगी।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि आज हमने फैसला किया है कि हमारे (शिवसेना यूबीटी) विजयी विधायक शपथ नहीं लेंगे। अगर यह लोगों का जनादेश होता तो लोग खुश होते और जश्न मनाते, लेकिन लोगों ने इस जीत का कहीं भी जश्न नहीं मनाया। हमें ईवीएम पर संदेह है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।
कालिदास कोलंबक चुने गए विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर
वरिष्ठ भाजपा विधायक कालिदास कोलंबकर ने शुक्रवार को विधायक के रूप में शपथ ली और फिर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया। नौ बार विधायक रहे कोलंबकर सदन में सबसे वरिष्ठ विधायक हैं और मुंबई में वडाला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
9 दिसंबर को होगा विधानसभा स्पीकर का चुनाव
प्रोटेम स्पीकर के रूप में, वह शेष 287 नवनिर्वाचित विधायकों को पद की शपथ दिलाएंगे। विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव 9 दिसंबर को होगा, जिसके बाद देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार का विश्वास मत होगा और राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राज्यपाल का अभिभाषण होगा।
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20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के महायुति गठबंधन ने 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटें जीतकर शानदार जीत दर्ज की।