देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार ली सीएम पद की शपथ, शिंदे और अजित पवार बने उपमुख्यमंत्री…

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता  देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को एक भव्य समारोह में महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने फडणवीस और उनके उपमुख्यमंत्रियों को पद की शपथ दिलाई। इसमें शिवसेना (शिंदे) प्रमुख एकनाथ शिंदे और एनसीपी के मुखिया अजित पवार शामिल थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने देवेंद्र फडणवीस  को दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में एक भव्य समारोह में तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस को बधाई दी। इसके अलावा मोदी ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार को भी बधाई दी।

शिंदे ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ राज्य में राजनीतिक पुनर्गठन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के बाद ली है, जिसके कारण महायुति गठबंधन का गठन हुआ।

पीएम मोदी ने एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से की मुलाकात

शपथ ग्रहण के बाद फडणवीस ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की और उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। वहीं, पीएम मोदी ने महाराष्ट्र की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात की। बाद में वह मुंबई से रवाना हो गए हैं।

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आजाद मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में एनडीए शासित राज्यों के केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों सहित कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने भाग लिया। इसके अलावा इस समारोह में शाहरुख खान, रणवीर कपूर, रणबीर सिंह, जैसे कई कलाकार भी नजर आए। समारोह ने महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के लिए एक नए चरण की शुरुआत की।

प्रधानमंत्री मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्ति शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए

मुंबई में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में 42,000 से ज़्यादा लोग शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा कई केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री और बॉलीवुड सितारे भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। 40,000 बीजेपी समर्थकों के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी और विभिन्न धर्मों के नेताओं सहित 2,000 वीवीआईपी के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था की गई थी।