हाल ही में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में झामुमो और कांग्रेस गठबंधन को मिली जीत के बाद राज्य में हिंसा भड़क गई है। यहां भाजपा समर्थकों को डराने-धमकाने की घटनाएं सामने आई हैं। साहिबगंज जिले में अपने ही समुदाय के लोगों ने भगवा पार्टी का समर्थन करने वाले एक मुस्लिम युवक को पार्टी से निकालने और उसकी हत्या करने की धमकी दी है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकर्ताओं ने मधुपुर में भाजपा समर्थक के घर पर हमला किया। हमलावरों ने कथित तौर पर घर से पार्टी का झंडा उखाड़ दिया और उस पर पेशाब कर दिया।
भाजपा कार्यकर्ता को दी जान से मारने की धमकी
पहला मामला साहिबगंज जिले के रांगा थाना क्षेत्र का है। मोहम्मदपुर गांव के इमाम मिर्जा ने 24 नवंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से ही उसी गांव के महबूब शेख, मजहरुल शेख, मुन्ना शेख, मुस्तफा शेख और आशिक शेख के साथ मोहब्बतपुर टोले के शमीम शेख ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया, क्योंकि उसने भाजपा को वोट दिया था। मोहम्मदपुर गांव बरहेट विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हेमंत सोरेन निर्वाचित हुए थे।
पीड़ित ने बताया कि उसे आरोपियों की ओर से जान से मारने की धमकी भी मिली थी, जिसमें कहा गया था कि तुमने कमल के फूल को वोट दिया है, इसलिए हम तुम्हें गांव से निकाल देंगे। हम तुम्हें मार देंगे और इस तरह से खत्म कर देंगे कि तुम्हारा कोई नामोनिशान न बचे। तुम मुझे ज़रा भी नुकसान नहीं पहुंचा पाओगे। हमारा अधिकार मुख्यमंत्री और थाना प्रभारी समेत सभी पर है।
इमाम मिर्जा और उनके परिवार के साथ भी जेएमएम कार्यकर्ताओं ने मारपीट की। हेमंत सोरेन के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बीजेपी नेता गमलियाल हेम्ब्रोम ने आरोप लगाया कि पार्टी के लिए वोट डालने को लेकर इमाम मिर्जा और उनके परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की गई और उनके घर पर पत्थरबाजी की गई। उन्होंने उनसे मुलाकात भी की और बताया कि दो लोगों को चोटें आई हैं। इसके बाद उन्होंने साहिबगंज पुलिस से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
भाजपा अध्यक्ष मरांडी ने की घटना की निंदा
झारखंड भाजपा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी इस घटना की निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि आंखें बंद करने से खतरा नहीं टलेगा, जो नहीं दिख रहा है, उसे भी देखना होगा। लव जिहाद और लैंड जिहाद के बाद अब झारखंड पत्थरबाजों की गिरफ्त में आ गया है। हालात ऐसे हैं कि पत्थरबाजी हो रही है, लाठियां चल रही हैं, घर तोड़े जा रहे हैं, वोट के नाम पर लोगों को पीटा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि साहिबगंज जिले के मोहम्मदपुर गांव में भी ऐसी ही घटना सामने आई है, जहां इमाम मिर्जा को सिर्फ इसलिए पीटा गया, धमकाया गया, मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया क्योंकि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में आस्था जताई थी और कमल के फूल को वोट दिया था। जैसे ही चुनाव परिणाम आए, जेएमएम पार्टी के गुंडों ने भाजपा समर्थित कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को पीटना शुरू कर दिया, उन्हें गांव से बाहर निकालने की धमकी दी और कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर थाना प्रभारी तक उनके प्रभाव में हैं, इसलिए कोई भी उन्हें उनके कुकर्मों की सजा नहीं दे सकता
आंखों को बंद करने से खतरा नहीं जाएगा,
अरे वो देखना पड़ेगा जो देखा नहीं जाएगा।झारखंड लवजिहाद- लैंडजिहाद के बाद अब पत्थरबाजों की गिरफ्त में आ चुका है। हाल यह है कि पत्थर चलाए जा रहे हैं, लाठी मारी जा रही है, घर तोड़े जा रहे हैं, वोट देने के आधार पर जनता को पीटा जा रहा है।
ऐसी ही… pic.twitter.com/bGsSvFGKPi
— Babulal Marandi (@yourBabulal) November 25, 2024
मधुपुर विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा समर्थक से की गई मारपीट
दूसरा मामला झारखंड के मधुपुर विधानसभा क्षेत्र के मदनकटा क्षेत्र का है, जहां जेएमएम उम्मीदवार हफीजुल हसन विजयी हुए, जिसके बाद 24 नवंबर को विजय जुलूस निकाला गया। देवघर जिले के मधुपुर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार गंगा नारायण सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर तोड़फोड़ का आरोप लगाया है। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
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जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने भाजपा समर्थक संजय गुप्ता के घर से गुजरते ही हंगामा शुरू कर दिया। उपद्रवियों ने उनके घर पर लगे पार्टी के झंडे को उतारकर फेंक दिया और बाद में उस पर पेशाब भी किया। विरोध करने पर उनकी पिटाई भी की गई। उनके साथ गाली-गलौज की गई और जान से मारने की धमकी दी गई। भाजपा के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने इस घटना की निंदा की और उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।