उत्तर प्रदेश सरकार ने संभल हिंसा में शामिल पत्थरबाजों के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शित करने का फैसला किया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि इसके अलावा, राज्य सरकार प्रदर्शनकारियों से सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई भी कराएगी।
संभल हिंसा मामले में जमकर हुआ था उपद्रव
सरकार का यह फैसला रविवार को संभल में हुई हिंसक झड़पों में चार लोगों की मौत और पुलिसकर्मियों समेत कई लोगों के घायल होने के बाद आया है। कोट गर्वी इलाके में शहर की शाही जामा मस्जिद के कोर्ट द्वारा आदेशित सर्वेक्षण को लेकर टकराव के बाद विरोध प्रदर्शन हुए थे।
यह सर्वेक्षण एक याचिका के बाद किया गया था जिसमें दावा किया गया था कि इस जगह पर कभी हरिहर मंदिर हुआ करता था।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि यूपी सरकार संभल हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त रुख अपना रही है। पत्थरबाजों और उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक रूप से लगाए जाएंगे और नुकसान की भरपाई की मांग की जाएगी।
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प्रवक्ता ने आगे बताया कि उनकी गिरफ्तारी में सहायक सूचना देने पर इनाम की भी घोषणा की जा सकती है।