चुनाव के बाद अब हरियाणा में शुरू हुई मीठी राजनीति, भाजपा ने राहुल गांधी को भेजा एक किलो जलेबी

हरियाणा में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद जलेबी और पार्टी नेता राहुल गांधी कुछ भाजपा नेताओं के लिए मनोरंजन का पसंदीदा स्रोत बन गए हैं। दरअसल, हरियाणा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मुंह मीठा करवाया है। भाजपा ने स्विगी के माध्यम से राहुल गांधी को एक किलोग्राम जलेबी भिजवाई है।

दरअसल, भाजपा की हरियाणा इकाई के आधिकारिक एक्स हैंडल ने स्विगी द्वारा एक किलोग्राम जलेबी के ऑर्डर का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया, जिसे उन्होंने राहुल गांधी के पते, 24, अकबर रोड के लिए ऑर्डर किया था, जो कि एआईसीसी मुख्यालय भी है।

भाजपा ने इस वजह से भिजवाई जलेबी

दरअसल, राहुल गांधी हरियाणा के गोहाना में एक चुनावी रैली के लिए गए थे, जहां उन्होंने मंच से स्थानीय हलवाई द्वारा बनाई गई जलेबियों के प्रति अपने प्रेम का जिक्र किया था।

गांधी परिवार के वंशज का मानना ​​था कि मातू राम हलवाई द्वारा बनाई गई जलेबियां इतनी अच्छी हैं कि उन्हें पूरे देश में बेचा जा सकता है और यहां तक ​​कि उनका निर्यात भी किया जा सकता है।

रैली में अपने भाषण के दौरान गांधी ने कहा कि उन्होंने गोहाना में प्रसिद्ध मातू राम हलवाई की जलेबी का स्वाद चखा और अपनी बहन एवं पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को संदेश दिया कि आज मैंने अपने जीवन की सबसे अच्छी जलेबी खाई है। उन्होंने कहा कि मैं आपके लिए भी जलेबी का एक डिब्बा ला रहा हूं।

उन्होंने रैली में कहा कि फिर मैंने (कांग्रेस नेताओं) दीपेंद्र और बजरंग पुनिया जी से कहा कि यह जलेबी पूरी दुनिया में जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में जलेबियां बनाई जाएं तो ये रोजगार का स्रोत बन सकती हैं।

इस टिप्पणी के बाद राहुल गांधी को सोशल मीडिया ट्रोल किया जाने लगा कि जलेबी बनाकर अन्य देशों में निर्यात की जा सकती है।

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हालांकि, जलेबियां सिर्फ गांधी तक ही सीमित नहीं थीं। यहां तक ​​कि प्रधानमंत्री मोदी भी उसी निर्वाचन क्षेत्र में गए थे और अपने भाषण में मातू राम का जिक्र किया था, हालांकि विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए।

मोदी ने तब इंडिया ब्लॉक पर हमला करते हुए कहा था कि अगर वे सत्ता में आए तो उनके पास पांच साल में पांच प्रधानमंत्री बनाने का फार्मूला है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि उनसे पूछिए कि क्या प्रधानमंत्री का पद हमारे लिए मातू राम की जलेबी है?’’