कंगना रनौत

सरदार पटेल की जयंती पर कंगना रनौत ने लगा दिए महात्मा गांधी और नेहरु पर गंभीर आरोप

बॉलीवुड अदाकारा कंगना रनौत इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में हैं। कंगना हर मुद्दे पर खुल कर बात करती है और अपने विचार व्यक्त करती है। जिसकी वजह से वह कई बार विवादों में गिर चुकी है, साथं ही मुसीबतों का सामना भी करना पड़ चुका है। कंगना हो और कंट्रोवर्सी न हो ऐसा मुमकिन नहीं, इसी क्रम में कंगना ने सरदार पटेल की 145वी जयंती पर विवादस्पद ट्वीट कर बखेड़ा खड़ा कर दिया है। कंगना ने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए महात्मा गांधी और पंडित जवाहर लाल नेहरू के बारे में जो कहां उस पर अब बवाल होना लाजिमी है।

सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर कंगना रनौत ने महात्मा गांधी और पंडित जवाहर लाल नेहरु पर गंभीर आरोप भी लगा दिए हैं। जिसकी वजह से बॉलीवुड के साथ साथ राजनीतिक गलियारों में भी हड़कंप मच गया है।

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गौरतलब है कि आज पूरा देश लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती को सेलीब्रेट कर रहा है। 31 अक्टूबर को होने वाली सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को हम राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप में मनाते हैं।

कंगना रनौत ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मैं आप सभी को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती की बधाई देना चाहती हूं। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अपनी दूरदर्शिता और लीडरशिप से के दमपर हम सबको एक अखंड भारत दिया है। आपने अपने हम सभी के लिए प्रधानमंत्री की कुर्सी का भी त्याग किया है। हमें अफसोस है कि आप प्रधानमंत्री न बन सके।’ कंगना रनौत यहां नहीं रुकीं। उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट्स किए।

अपने अगले ट्वीट में कंगना ने लिखा, ‘सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के असली लौह पुरुष थे। मुझे लगता है कि गांधी जी और पंडित नेहरु एक कमजोर दिमाग के इंसान के साथ काम करना चाहते थे। ताकि राजनीति में सबसे आगे केवल नेहरु रहें। यह एक अच्छी स्कीम थी लेकिन गांधी के मारे जाने के बाद जो हुआ वह बहुत बड़ी आपदा थी #SardarVallabhbhaiPatel।”

अपने तीसरे ट्वीट में कंगना रनौत ने लिखा, ‘सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री बनने के लिए सबसे योग्य नेता थे लेकिन उन्होंने बलिदान दे दिया। महात्मा गांधी को लगता था कि पंडित जवाहर लाल नेहरु सरदार वल्लभ भाई पटेल से बेहतर अंग्रेजी बोलते हैं। इस फैसले से सरदार वल्लभ भाई पटेल को कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन आज पूरा देश इसका अंजाम भुगत रहा है। हम बेशर्मी के साथ अपना हक छीन लेना चाहिए।’

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