नयी दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड भारतीय टीम को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में अपने देश बुलाने के लिए दबाव बना रहा है। भारत की पाकिस्तान की यात्रा करना लगभग असंभव है। बीसीसीआई ने कड़ा रुख दिखाया है कि क्रिकेट खेलने के लिए पाकिस्तान जाने का निर्णय पूरी तरह से भारत सरकार का फैसला होगा।
भारत ने एशिया कप के लिए पाकिस्तान जाने से मना किया था और फाइनल समेत अपने सभी मैच श्रीलंका में खेले थे। भारत के कारण पाकिस्तान को श्रीलंका के साथ मेजबानी साझा करनी पड़ी।
पीसीबी मेजबानी पूरी तरह अपने पास रखने के लिए भारत को अपने देश बुलाने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है। लगातार दूसरे टूर्नामेंट की पूरी मेजबानी हाथ से जाती हुई देख रही पीसीबी बौखला गई है और बीसीसीआई से लिखित में जवाब मांग लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीसीबी चाहता है कि बीसीसीआई लिखित सबूत दे कि भारत सरकार ने सुरक्षा कारणों से यात्रा प्रतिबंध का हवाला देते हुए अगले वर्ष भारत को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी है।
पीसीबी ने कथित तौर पर धमकी दी है कि अगर भारत चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने से इनकार करती है, तो वह भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में होने वाले 2026 टी20 विश्व कप से बाहर हो जाएगा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीसीबी पाकिस्तान में टूर्नामेंट की मेजबानी पर कायम है और 19-22 जुलाई तक कोलंबो में आईसीसी के वार्षिक सम्मेलन के दौरान किसी भी हाइब्रिड मॉडल प्रस्ताव का विरोध करेगा।बीसीसीआई ने आईसीसी से चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल लागू करने का अनुरोध करने का संकेत दिया है, जिससे भारत अपने मैच किसी न्यूट्रल वेन्यू में खेल सके। पीसीबी ने भारत के मैचों को ध्यान में रखते हुए आईसीसी को अपना ड्राफ्ट शेड्यूल दे दिया है।
ड्राफ्ट शेड्यूल के अनुसार, भारत को लाहौर में अपने सभी मैच खेलने हैं, जिसमें संभावित सेमीफाइनल और फाइनल भी है। टूर्नामेंट 19 फरवरी को कराची में शुरू होगा, फाइनल 9 मार्च को लाहौर में खेला जाएगा। खराब मौसम की स्थिति में फाइनल के लिए 10 मार्च को रिजर्व डे रखा जाएगा।