23 अगस्त को चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतर चुका है जिससे भारत ने इतिहास रच दिया। इस 41 दिनों की यात्रा के बाद अब चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह को सफलतापूर्वक छू लिया है। इससे अब चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपना अंतरिक्ष यान उतारने वाला भारत पहला देश बन गया है और इसके साथ ही भारत विश्व का चौथा देश बन गया है जो चंद्रमा पर अपना सफलतापूर्वक अंतरिक्ष यान उतारा है। बता दे, ऐसा करने वाले देशों में अमेरिका, रूस और चीन के साथ साथ अब भारत भी शामिल हो गया है।
आपको बता दे, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत की इस ऐतिहासिक कामयाबी पर बधाई दी है। इसके साथ ही पुतिन ने भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बधाई दी। पुतिन ने कहा, भारत के “चंद्रयान-3” के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरने पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। ‘यह अंतरिक्ष के अन्वेषण और विज्ञान-इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भारत की प्रगति का एक बड़ा प्रमाण है।’
आपको बता दे, रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यह संदेश ऐसे समय में दिया है जब रूस चार दिन पहले ऐतिहासिक सफलता अपने नाम करने में पूरी तरह से असफल हो गया। रूस ने 47 साल के बाद, चंद्रमा की सतह तक पहुंचने के इरादे से लूना-25 अंतरिक्ष यान को लॉन्च किया था लेकिन वह इस मिशन में असफल हो गया। जानकारी के मुताबिक, रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोसमोस ने बीते 3 दिन पहले यानी की रविवार को एक बयान में कहा था कि अनियंत्रित कक्षा में प्रवेश करने के बाद लूना-25 अंतरिक्ष यान चंद्रमा पर क्रैश हो गया था। इस मिशन में रूसी यान चंद्रमा की ओर बढ़ने का पूरा प्रयास किया था, लेकिन दुर्भाग्य से उनका यह मिशन सफल नहीं हो पाया। बता दे, मिशन “चंद्रयान 3” की सफलता के बाद भारत अंतरिक्ष में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को मजबूती से साबित किया और भारत के इस बड़ी सफलता के लिए विश्वभर से शुभकामनाएं मिल रही हैं।
यह भी पढ़े : चंद्रयान-3 : ISRO ने प्रज्ञान रोवर को लेकर साझा की ये नई जानकारी, चांद्रयान-3 अब चांद पर क्या काम करेगा ?
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine