उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान यूपी सरकार (UP Govt) के मंत्री ने विवादास्पद बयान दिया है। योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) प्रशासन में शहरी विकास और ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने अहमदाबाद में शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में लोग क्लर्क या सफाई कर्मचारी की नौकरी पाने के लिए लाखों की रिश्वत देने को तैयार हैं, लेकिन उस पैसे का इस्तेमाल पान या मिठाई की दुकान खोलने के लिए नहीं करेंगे।

यूपी के उद्यमियों को किया आमंत्रित
भारत में सबसे बड़े उपभोक्ता और सबसे सस्ते श्रम बाजार के रूप में प्रचारित करते हुए शर्मा के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए राज्यभर के उद्यमियों को आमंत्रित किया। एके शर्मा ने शहर में एक रोड शो किया जहां 40,000 करोड़ रुपये के सौदे किए गए।
UP के लोग स्वीपर की नौकरी के लिए रिश्वत दे देते हैं लेकिन बिजनेस नहीं करते
मंत्री एके शर्मा ने कहा, उत्तर प्रदेश की संस्कृति के अनुसार लोग नौकरी की तलाश में रहते हैं। छोटी हो या बड़ी, निजी हो या सरकारी पहली प्राथमिकता नौकरी की तलाश करना है न कि खुद का बिजनेस स्थापित करना। क्लर्क या सफाई कर्मचारी की नौकरी पाने के लिए लोग लाखों की रिश्वत देने को तैयार हैं, लेकिन वे उस पैसे का इस्तेमाल पान, मिठाई या दर्जी की दुकान खोलने के लिए करने को तैयार नहीं होंगे।” उन्होंने व्यापारियों से कहा कि अगर आप यूपी आते हैं तो मुझे यकीन है कि राज्य में उद्यमिता बढ़ेगी।
यह भी पढ़ें: ‘2047 तक भारत में इस्लामिक शासन स्थापित करना चाहता था PFI, बनाया था किलर स्क्वायड’, चार्जशीट में खुलासा
योगी आदित्यनाथ गुजरात मॉडल पर चल रहे
गुजरात के पूर्व ब्यूरोक्रेट एके शर्मा अहमदाबाद में गुजराती में सभा को संबोधित करते हुए कहा, “हम आपके निवेश को आकर्षित करने नहीं आए हैं। हम आपको यूपी ले जाने आए हैं। वैसे ही जैसे अर्जुन भगवान द्वारकाधीश को हस्तिनापुर ले गए, जिस तरह से हम नरेंद्र मोदी को वाराणसी ले गए और जिस तरह से हम आनंदीबेन पटेल को लखनऊ ले गए।”
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine