उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के पास से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। उनसे पूछताछ चल रही है। रविवार की शाम आरती के समय तीनों संदिग्ध गेट नंबर चार से काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश कर गए थे। आंतरिक सुरक्षा की ड्यूटी में लगे सीआरपीएफ दारोगा ने तीनों को पूर्वी द्वार से पकड़ा। पुलिस के हवाले किया गया। पुलिस का कहना है कि तीनों के पास पास कोई संदिग्ध सामान नहीं मिला है। हालांकि, पूछताछ के लिए उन्हें चौक थाने ले जाया गया। वहां तीनों से यूपी एसटीएस, आईबी समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश के मोटिव क पता लगाए जाने का प्रयास किया जा रहा है।
काशी विश्वनाथ मंदिर से पकड़े गए तीनों संदिग्धों के बारे में बड़ी जानकारी सामने आई है। तीनों युवक तीनों युवक झारखंड के गिरीडीह के रहने वाले हैं। शाम के समय गेट नंबर चार से दर्शनार्थी प्रवेश कर रहे थे। इस दौरान झारखंड के गिरीडीह निवासी तीनों युवक भी गेट नंबर चार से प्रवेश कर पूर्वी द्वार की तरफ बढ़ गए। सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के एक दरोगा को तीनों युवकों पर शंका हुई तो रोक लिया। उनसे पूछताछ शुरू हुई। तीनों का नाम और पता पूछा गया। दो युवकों ने अपने को दूसरे समुदाय का बताया। दूसरे समुदाय के युवक का नाम सुनते ही सुरक्षाकर्मी सतर्क हो गए। पूछताछ का रुख बदल गया। रेकी के अंदाज में घूम रहे युवकों के मोटिव का पता लगाने की कोशिश शुरू हुई।
एक ही गांव के रहने वाले तीनों युवक
तीनों युवकों के बारे में जानकारी मिली कि वे सभी एक ही गांव के रहने वाले हैं। दोस्त के साथ दर्शन के लिए आए थ। पकड़े जाने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने तीनों को गेट नंबर चार के पास बैठाया गया। एसीपी दशाश्वमेध अवधेश पांडेय ने बताया कि तीनों से पूछताछ की जा रही है। इनके पास से कुछ बरामद नहीं हुआ। आईबी ने भी पूछताछ की है। फिलहाल उन्हें थाने पर बैठाया गया है।
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दूसरे समुदाय के दो युवकों के श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश को लेकर एलआईयू, आईबी समेत अन्य एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। शाम से लेकर देर रात तक युवकों से पूछताछ हुई। झारखंड के गिरीडीह थाने से भी युवकों के बारे में पुलिस जानकारी ली जाएगी। वहीं, यूपी की सुरक्षा एजेंसियों पर भी सबकी नजर है।