बांग्लादेश के बरिसाल के मेहंदीगंज उपजिला( Mehendiganj Upazila) में काशीपुर सर्बजनीन दुर्गा मंदिर में अज्ञात बदमाशों ने मूर्तियों में तोड़फोड़ की है। घटना रविवार तड़के हुई। मेहदीगंज पुलिस ओसी शफीकुल इस्लाम ने बताया कि स्थानीय लोग जब सुबह मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे, तब घटन का पता चला। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा से पहले इस्लामिक कट्टरपंथियों की साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने की साजिशें बढ़ती जा रही हैं। बरिसाल के मेहंदीगंज में मां दुर्गा की मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ करने का मामला सामने आया है। यह पिछले कुछ दिनों में 5वां हमला है।
सरकारी की सख्ती के बावजूद इस्लामिक कट्टरपंथियों के हौसले बुलंद
पुलिस ने कहा कि घटना रात(शनिवार-रविवार की दरमियानी) के तड़के कहीं की है, क्योंकि वहां दो बजे तक लोग मौजूद थे। ओसी(officer in charge) शफीकुल ने कहा, “मंदिर में कोई CCTV कैमरा नहीं है और हमने मंदिर के मैनेजमेंट से जल्द से जल्द कैमरा लगाने को कहा है।”
मेहंदीगंज पूजा उज्जैन परिषद के नेताओं ने घटना की कड़ी निंदा की और उपद्रवियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। मेहदीगंज यूएनओ(Upazila Nirbahi Officer-मिड लेवल आफिसर) नुरुन्नबी ने घटनास्थल का दौरा किया और मंदिर को पूजा के योग्य बनाने के लिए उसे बहाल करने के आदेश दिए। बरिसाल रेंज के डिप्टी आईजी ने बताया कि आगामी दुर्गा पूजा के लिए अब तक 1,682 मूर्तियां गढ़ी जा चुकी हैं। पूजा पंडालों में CCTV कैमरे लगाने के आदेश दिए गए हैं।
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लगातार हो रहे हैं हमले
बांग्लादेश में पिछले साल यानी13-17 अक्टूबर, 2021 तक दुर्गा उत्सव के दौरान जबर्दस्त साम्प्रदायिक हिंसा हुई थी। इस बार सोशल मीडिया पर कड़ी चौकसी रखने के आदेश हैं। लेकिन इस्लामिक कट्टरपंथियों के हौसले कम नही हो रहे हैं। दुर्गा पूजा से पहले यह पांचवां हमला है। इससे पहले 11 सितंबर को इस्लामवादियों ने कुश्तिया(Kushtia) में मां दुर्गा की मूर्तियों की तोड़फोड़ की थी। गणेश चतुर्थी के पहले भी निर्माणाधीन मूर्तियों के तोड़ने का मामला सामने आया था। पिछले दिनों बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान(Home Minister Asaduzzaman Khan) ने सभी पूजा उत्सव समितियों से कहा कि वे बिना देर किए अपने स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें, ताकि अप्रिय घटनाओं को रोका जा सके। गृह मंत्री ने कहा है कि दुर्गा पूजा पर केंद्रित अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए अधिकारी सक्रिय हैं और हिंदू त्योहार के जश्न के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरे बांग्लादेश में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।