कर्नाटक में कांग्रेस विधायक कि एक विवादित टिप्पणी के बाद राजनीति गर्म हो गई है। भाजपा ने शनिवार को विधायक और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) के प्रवक्ता प्रियांक खड़गे से अपनी टिप्पणी पर तत्काल माफी मांगने को कहा है। पिछले दिनों कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे ने कहा था कि राज्य में सरकारी नौकरी पाने के लिए युवाओं को रिश्वत देनी पड़ती है और युवा महिलाओं को किसी के साथ सोना पड़ता है।
प्रियांक खड़गे के इस विवादित बयान के बाद भाजपा कर्नाटक इकाई ने अपने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि हजारों महिलाएं, प्रतिभाशाली, शिक्षित, संघर्ष के साथ परीक्षा पास करती हैं और नौकरी पाती हैं। प्रियांक खड़गे, क्या आपको नहीं लगता कि आपने उन सभी महिलाओं का अपमान किया है? इस बयान पर आप तुरंत माफी मांगें।
भाजपा ने कहा कि कांग्रेस नेताओं की कईं गुप्त सीडी हैं। तथाकथित कांग्रेस नेताओं की नाइटलाइफ पर कई किस्से हैं। साथ ही भाजपा ने कहा कि जूनियर खड़गे यदि आप अच्छे नेताओं के रूप में समाज को पेश करने वाले कांग्रेस नेताओं के दोहरे चेहरे का पर्दाफाश करते हैं, तो आपको बचाव करना मुश्किल होगा।
भाजपा ने पूछा, दिग्विजय और अभिषेक की सीडी के बारे में क्या है कहना
भाजपा ने अपनी पोस्ट में कहा, ‘कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान मंत्री मेती द्वारा एक असहाय महिला का यौन उत्पीड़न किया गया था। यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान सामने ‘दिग्विजय’ और ‘अभिषेक’ की आई सीडी के बारे में आपका क्या कहना है ?’
भाजपा ने दावा किया कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे को यह नहीं पता कि उनका घर (पार्टी) ठीक नहीं है। साथ ही भाजपा ने कहा कि जब वह (प्रियांक) भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं, तो राज्य में कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री जयमाला का भ्रष्टाचार कांड सामने आ गया है।
खड़गे ने सरकार पर रिक्त पदों को नहीं भरने का भी लगाया था आरोप
बता दें कि प्रियांक खड़गे ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा था कि पिछले तीन साल से राज्य में रोजगार पैदा करने में राज्य सरकार की उपलब्धि शून्य है। उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा रिक्त पदों को नहीं भर रही है।
उन्होंने कहा था कि सरकारी नौकरी पाने के लिए युवा महिलाओं को बिस्तर पर जाना होगा और पुरुषों को कर्नाटक सरकार में रिश्वत देनी होगी। उन्होंने भर्ती घोटालों की जांच एसआईटी से कराने और फास्ट ट्रैक कोर्ट (FTC) बनाने की मांग की थी।
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गौरतलब है कि प्रियांक खड़गे ने कर्नाटक सरकार में शामिल एक मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने मंत्री पर आरोप लगाया था कि कुल 600 पदों के लिए सौदा किया गया और कर्नाटक पावर ट्रांसफॉर्मेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (KPTCL) के पदों के साथ 300 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। उन्होंने आरोप लगाया था कि करीब तीन लाख उम्मीदवारों ने पदों के लिए आवेदन किया है और भाजपा उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।