आम आदमी पार्टी (आप) ने पर्यावरणविद् संत बलबीर सिंह सीचेवाल और उद्यमी, परोपकारी और सामाजिक कार्यकर्ता विक्रमजीत सिंह साहनी को पंजाब से राज्यसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में नामित किया है. दोनों पद्म श्री पुरस्कार विजेता हैं और गैर राजनीतिक पृष्ठभूमि से आते हैं. पर्यावरणविद् संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि मैं राज्यसभा जाऊंगा, लेकिन सक्रिय राजनीति से दूर रहूंगा.
उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, ‘मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मुझसे वादा किया है कि वह मुझे राज्यसभा भेजकर किसी भी चुनावी मुहिम का हिस्सा नहीं बनाएंगे और न ही किसी राजनीतिक सम्मेलन में हिस्सा लेने को कहेंगे. सीएम ने मुझे सिर्फ राज्यसभा में पंजाब के मसले उठाने के लिए कहा है.’
पद्मश्री से सम्मानित हैं बलबीर सिंह सीचेवाल
पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित बलबीर सिंह सीचेवाल एक प्रसिद्ध पर्यावरण कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. सतलुज और ब्यास नदियों की 160 किमी लंबी सहायक नदी के कायाकल्प के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. उन्होंने पंजाब में अलग-अलग जगहों पर वंचितों के लिए स्कूल और कॉलेज भी बनवाए हैं.
सीचेवाल को सार्क पर्यावरण पुरस्कार मिल चुका है और दलाई लामा द्वारा भी सम्मानित कर चुके हैं. ‘ईको बाबा’ के नाम से विख्यात सीचेवाल को टाइम मैगजीन ने दुनिया में पर्यावरण के शीर्ष 30 नायकों में से एक के रूप में सम्मानित किया था. पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम भी सीचेवाल के काम से बहुत प्रभावित थे और उनसे मिलने दो बार उनके गांव आए थे.
दो बार राज्यसभा जाने से कर चुके हैं इनकार
संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने राजनीति से हमेशा दूरी बनाए रखी. वह पहले दो मौकों पर राज्यसभा जाने से इनकार कर चुके हैं. इसके बावजूद आम आदमी पार्टी उन्हें राज्यसभा में भेजने में कामयाब रही है. सीचेवाल ने कहा कि वह सियासत का हिस्सा बिलकुल नहीं बनेंगे. वह राज्यसभा में पर्यावरण और पंजाब के मुद्दों को उठाएंगे. पंजाब की जवानी और वातावरण को बचाने के लिए मुद्दे उठाएंगे. उन्होंने कहा, ‘मैं राज्यसभा में हवा, मिट्टी, पानी और गुरबाणी के सिद्धांत की बात कर सकता हूं.’