उत्तर प्रदेश में दशकों बाद कोर्ट के सख्त आदेश की अनुपालना में कड़ी सुरक्षा के बीच करवाए गए ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे से हुए खुलासे में मस्जिद के अंदर वजू करने वाले स्थान पर बाबा भोलेनाथ का शिवलिंग पाया गया,जिसके बाद बाबा भोलेनाथ के भक्तो में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी। कोर्ट ने भी पाए गए शिवलिंग के स्थान को सील कर उसे सुरक्षित करने के आदेश प्रशासन को दिए है। लेकिन दूसरे पक्ष के लोग सर्वे में पाए गए शिवलिंग को नकार कर, उसे फवारा बता रहा है, जो पहले से वजू खाने में मौजूद है।
इन्हीं सब के बीच, सर्वे में शिवलिंग मिलने पर देश में मौजूद बाबा भोले के भक्त ख़ुशी से झूम रहे है वहीं दूसरी तरफ जो शिवलिंग को फवारा बता रहे है, वो लोग मानसिक दिवालिये में उलूल जुलूल बातें बना कर हिन्दू धर्म के आराध्य भगवान शिव का मजाक भी उड़ा रहे है। सोशल मीडिया पर तरह-तरह के पोस्ट डालकर शिवलिंग पर भद्दी टिप्पणी कर रहे है। राजस्थान के बारां जिले में दाबीर अंसारी ने भी अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट के जरिये शिवलिंग का मजाक उड़ाया जिस पर उसके खिलाफ अब धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया है।
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दरअसल बारां जिले के रहने वाले दाबीर अंसारी ने अपने फेसबुक अकाउंट से एक तस्वीर पोस्ट करते हुए तस्वीर के नीचे कैप्शन में लिखा ” रोड पर मिला शिवलिंग का भंडार अंड भक्तों ने किया कोट जाने का फैसला।” इस पोस्ट के वायरल होने के बाद बारां जिले के ही वीरेंद्र सिंह राजपूत ने दाबीर अंसारी के शिवलिंग का मजाक उड़ाने पर पुलिस थाने में शिकायत दी, जिस पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने आईपीसी की धारा 505(2),295-A,153-A में मुकदमा दर्ज़ कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।