उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव के बाद भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने ‘मुख्य षड्यंत्रकारियों’ सहित 20 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, इलाके में रविवार को तनावपूर्ण शांति बनी रही और दंगा रोधी पुलिस सड़कों पर गश्त करती नजर आई और अधिकतर लोग घरों के अंदर ही रहे. पुलिस ने बताया कि झड़प के सिलसिले में दो किशोरों को भी पकड़ा गया है. उन्होंने बताया कि मामलों को आगे की जांच के लिए अपराध शाखा को ट्रांस्फर कर दिया गया है. इस बीच, तनाव कम करने के लिए पुलिस ने रविवार को अमन समितियों के सदस्यों के साथ बैठक की और उनसे कहा कि वे अपने-अपने इलाकों में शांति बनाए रखने की लोगों से अपील करें.
वहीं, दोनों समुदायों के कुछ सदस्यों ने हिंसा के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया जबकि कुछ स्थानीय लोगों ने कहा कि दोनों समुदाय के लोग दशकों से इलाके में एक साथ रहते आए हैं और उन्होंने हिंसा के लिये‘‘बाहरी’’लोगों को जिम्मेदार ठहराया.
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मामले के सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया और पुलिस ने आरोप लगाया कि अंसार और असलम मुख्य षड्यंत्रकारी थे जिन्हें 15 अप्रैल को ‘शोभा यात्रा’ निकाले जाने के बारे में पता चला और उन्होंने साजिश रची. पुलिस ने कहा कि असलम और अंसार से हिरासत में पूछताछ की जरूरत है ताकि बड़ी साजिश और अन्य लोगों की संलिप्तता का पता लगाया जा सके.