मीरा भाइंदर वसई विरार पुलिस कमिश्नरेट मुम्बई के चर्चित बिल्डर समरजीत उर्फ समय चौहान की सनसनीखेज तरीके से की गयी हत्या मामले में मुम्बई क्राइम ब्रांच और यूपी एसटीएफ की संयुक्त टीम ने मंगलवार को दो शूटरों को दबोच लिया। दोनों के पास से मोबाइल फोन,वोटर आईडी और आधार कार्ड भी बरामद हुआ है।
एसटीएफ के स्थानीय अफसरों के अनुसार बीते 26 फरवरी को विरार पुलिस स्टेशन मीरा भाइंदर वसई विरार पुलिस कमिश्नरेट मुम्बई में बिल्डर समरजीत उर्फ समय चौहान की गोली मार कर हत्या कर दी गई। छानबीन के दौरान घटना में शामिल बनारस के दो शूटरों का नाम सामने आया। विरार पुलिस टीम शूटरों की तलाश में जुटी हुई थी। दोनों शूटरों का लोकेशन वाराणसी में मिलने पर विरार पुलिस टीम ने सूचना को साझा करते हुए यूपी एसटीएफ से आवश्यक सहयोग मांगा। और टीम वाराणसी आ गई।
एसटीएफ की फील्ड इकाई वाराणसी के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम व मीरा भाइंदर वसई विरार क्राइम ब्रान्च की टीम शूटरों के लोकेशन के आधार पर छापेमारी के लिए तैयारी में जुटी थी। इसी दौरान दोनों शूटरों का लोकेशन आनन्द नगर कॉलोनी कन्दवा रोड थाना चितईपुर में मिला तो टीम ने त्वरित कार्यवाही पूर्वाह्न 10.30 घेराबंदी कर दोनों को दबोच लिया।
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गिरफ्तार शूटर बरॉव पोस्ट कटौना थाना सिन्धोरा वाराणसी निवासी राहुल शर्मा उर्फ राम पुत्र वीरेन्द्र शर्मा,लोहारडीह थाना कपसेठी जनपद वाराणसी निवासी अभिषेक सिंह उर्फ अंकुर पुत्र तारकेश्वर सिंह मुम्बई में गोलीवार सांताक्रूज ईस्ट मुम्बई में रहते थे।
दोनों से पूछताछ में पता चला कि पिछले दिनों एसटीएफ के हाथों मुठभेड़ में मारे गये इनामी मनीष सिंह सोनू और मुम्बई के एक अज्ञात शूटर के साथ वारदात को अंजाम दिया था। मुम्बई पुलिस अज्ञात शूटर की तलाश और पहचान में जुटी हुई है।
गिरफ्तार राहुल शर्मा उर्फ राम ने वर्ष-2013 में विजय पुजारी उर्फ बट्टा निवासी निरमल नगर मुम्बई की हत्या की थी, जिसमें उसे आजीवन कारावास की सजा मिली। तभी से फरार चल रहा है। फरारी के दौरान ही वर्ष-2013 में राहुल ने अजील शेख मुम्बई पर जान से मारने की नीयत से गोली चलाई थी। जिसके संबंध में थाना निरमलनगर मुम्बई में मुकदमा दर्ज हुआ था। राहुल ने वर्ष-2015 में मीरारोड थाना अन्तर्गत पुष्पक होटल के पास बन्टी प्रधान की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इन घटनाओं में भी राहुल वांछित चल रहा था। पूछताछ के बाद मुम्बई पुलिस टीम दोनों को न्यायालय वाराणसी के समक्ष प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त करने की विधिक कार्यवाही में जुट गई।