कांग्रेस ने “शौर्य के नाम पर वोट और सेना के हितों पर चोट” नाम से श्वेतपत्र जारी किया। माल एवेन्यू स्थित प्रदेश कार्यालय पर श्वेतपत्र का विमोचन महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह एवं सचिन रावत उपस्थित रहे।
इस अवसर पर पृथ्वीराज चव्हाण ने केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि ‘वन रैंक वन पेंशन’ के नाम पर भाजपा सरकार ने 30 लाख पूर्व सैनिकों के साथ धोखा किया है। कांग्रेस सरकार ने वर्ष 2004 से वर्ष 2012 के बीच तीन बार भूतपूर्व सैनिकों की पेंशन बढ़ाई। केंद्र की कांग्रेस-नीत यूपीए सरकार ने वन रैंक वन पेंशन मंजूर कर 01 अप्रैल 2014 को आदेश जारी किए थे।
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय ऐतिहासिक, उद्धव ठाकरे सरकार घमंडी: देवेंद्र फडणवीस
उन्होंने कहा कि गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए नरेन्द्र मोदी ने 16 सितंबर 2013 को रेवाड़ी की रैली में घोषणा की थी कि केंद्र की सत्ता में आते ही वन रैंक वन पेंशन लागू करेंगे, लेकिन मोदी ने केंद्र में सत्तारूढ़ होने के बाद नया आदेश निकालकर सेना के 30 से 40 प्रतिशत सैनिकों से वन रैंक वन पेंशन पूरी तरह से छीन ली। चव्हाण ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार सेना की कुर्बानी और सेना के शौर्य का इस्तेमाल अपने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए कर रही है।