यूपी में पहली डोज सौ प्रतिशत के करीब, कोरोना संक्रमण में गिरावट जारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 जनवरी तक उत्तर प्रदेश की 100 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड टीके की पहली खुराक देने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा है कि विधानसभा चुनाव में हर प्रदेशवासी पूरे उत्साह से भाग ले सके, इसके लिए कोविड टीकाकवर होना जरूरी है। ऐसे में सभी को 31 जनवरी तक टीके की पहली डोज और 75 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज लग जाए।

मंगलवार को टीम-09 के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एग्रेसिव ट्रेसिंग और टेस्टिंग, त्वरित ट्रीटमेंट और तेज टीकाकरण कोविड के प्रसार को रोकने का सबसे महत्वपूर्ण साधन है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश शत-प्रतिशत टीकाकरण की दिशा में सतत अग्रसर है।

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्रदेश में अब तक 25 करोड़ से अधिक कोविड टीके का सुरक्षा कवच नागरिकों को प्रदान किया जा चुका है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के 98.14 प्रतिशत से अधिक लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है, जबकि 66 प्रतिशत से अधिक लोग कोविड टीके की दोनों डोज ले चुके हैं। विगत दिवस तक 15-17 आयु वर्ग के लगभग 58.71 प्रतिशत किशोरों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है और 31 जनवरी तक के लक्ष्य के अनुसार पात्र 65 प्रतिशत से अधिक लोगों को प्री-कॉशन डोज भी मिल चुकी है।

86,563 मरीजों में से 84 हजार 141 घर पर कर रहे स्वास्थ्य लाभ

विगत 24 घंटों में 01 लाख 99 हजार 290 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 11,583 नए कोरोना पॉजिविट पाए गए। इसी अवधि में 18,875 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। वर्तमान में कुल एक्टिव केस की 86 हजार 563 है। इनमें से 84 हजार 141 घर पर ही उपचाराधीन हैं। ताजा स्थिति की समीक्षा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि तीसरी लहर में संक्रमण दिनों-दिन कम होता जा रहा है। एक्टिव केस में गिरावट है तो नए केस में भी कमी हो रही है। बहुत कम संख्या में लोगों को अस्पताल की जरूरत पड़ रही है। यह संक्रमण वायरल फीवर की तरह है। अतः इससे डरने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सभी एहतियात अवश्य बरते जाएं।

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मुख्यमंत्री ने सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से अस्पताल में उपचाराधीन कोविड पॉजिटिव लोगों के परिजनों से नियमित अंतराल पर संवाद जारी रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे लोगों से संवाद कर उन्हें मेडिकल परामर्श, दवाएं आदि मुहैया कराई जाए।