उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए एक रोडमैप बनाने की जरूरत है। इसमें अगर जरूरत पड़े तो विषय विशेषज्ञों के साथ-साथ विभागीय जानकारों को भी जोड़ा जाए।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में बच्चों के जन्म-मृत्यु पंजीकरण एवं प्रमाण पत्र, इनको आधार लिंक करने, कालाजार, टी0बी0 उन्मूलन और अंधता निवारण जैसे कार्यक्रमों को मिशन मोड में चलाने की जरूरत है। मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आयुष, चिकित्सा शिक्षा और बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि विभागों को कार्य संस्कृति में सुधार लाकर और कम खर्च में गुड गवर्नेंस देने की तरफ बढ़ना है, इसके साथ ही विभागीय योजनाओं में गवर्नेन्स में सुधार लाकर एक रोडमैप तैयार किया जाए। इससे हम अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के मानकों पर खरा उतर सकें।
उन्होंने कहा कि हम आजादी के 75वें वर्ष में अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इस अमृत महोत्सव को मनाने का मतलब यह है कि हमारा लक्ष्य 100 वें आजादी के अमृत महोत्सव पर है। इन योजनाओं को भी हमें 100वें वर्ष को लक्ष्य करके तय करना है और तद्नुसार कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि बच्चों के जन्म-मृत्यु पंजीकरण एवं आधार लिंक से जन्म प्रमाण पत्र व्यवस्था को आईटी की मदद से आसान बनाना है।
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बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा में मुख्य सचिव ने कहा कि पोषण वाटिकाएं बनाने के लिए आम जनमानस में जागरूकता लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा विकसित किए गए किचेन गार्डेन के माडल को आम जन तक पहुंचाने की जरूरत है। बैठक में सभी सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।