भारतीय जनता पार्टी ने सबका साथ सबका विकास के मंत्र के साथ काम किया। न जाति देखा ना ही धर्म, हर वर्ग के गरीबों को सरकार की योजनाओं से लाभान्वित किया है। गरीबों को भी पता हो गया है कि कांग्रेस जैसी पार्टियों ने गरीबी हटाओ का केवल नारा दिया था, लेकिन वास्तविकता में गरीबों के लिए कुछ नहीं किया। आज मोदी और योगी सरकार ने गरीबों के लिए हकीकत में करके दिखाया है।
यह बातें कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंगलवार को चुनाव सम्पर्क अभियान के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि कोरोना को देखते हुए चुनाव आयोग की पाबंदी भी है। इसका पालन करते हुए हम लोगों की रणनीति तैयार है, किसी और दल की तैयार हो या ना हो। पांच-पांच कार्यकर्ताओं की टोली ने घर-घर जाकर मोदी और योगी सरकार से लाभांवित लोगों से मिलना शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर टुकड़े-टुकड़े गैंग हैं, जो देश को विभाजित करने राष्ट्रवादी ताकत को कमजोर करने का प्रयास करते रहे थे। आज वहीं, समाजवादी पार्टी में टुकड़े-टुकड़े गैंग के इमरान मसूद जैसे लोग सम्मिलित हो रहे हैं, जो उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिकता की बीज बोना चाहते हैं और राष्ट्रवादी ताकतों को कमजोर करने का मंसूबा है। मगर उत्तर प्रदेश में राष्ट्रवादी विचारधारा व सोच के लोग योगी जी के साथ खड़े हैं। राष्ट्रवाद में विश्वास रखने वाले निश्चित तौर से भारतीय जनता पार्टी के साथ है।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने एक अन्य कार्यक्रम के दौरान राजरूपपुर, प्रीतमनगर में ब्राह्मणों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान श्री परशुराम का फरसा ब्राह्मण शहर पश्चिमी में माफियाओं, अपराधियों और अराजकता फैलाने वालों के विरुद्ध लेकर निकल पड़ा है। गरीबों को सताने और उनकी जमीनों को अवैध कब्जा करने की समाजवादी पार्टी के साथ जो सोच थी, उसे योगी ने पांच साल बुलडोजर चलवाकर अतीक अहमद एंड कंपनी का साम्राज्य और किला ध्वस्त कर दिया है। माफियाओं से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों को आवास, युवाओं को खेलकूद स्टेडियम, गांव को गोबर गैस प्लांट बनना शुरू हो गया है। बसपा के समय भी आतंक खत्म नहीं हुआ था तांडव जारी था, आज पांच सालों में आतंक और तांडव दोनों खत्म हुआ है।
कालिंदीपुरम में लाभार्थियों के घर पहुंचकर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शकील अहमद, ज्योति खुराना, राजेश केसरवानी, पप्पू खटिक, विजय श्रीवास्तव आदि से मिलकर योजना के बारे जानकारी ली।