इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज के घरों से करीब 284 करोड़ रुपये की नकदी अब तक मिल चुकी है। हालांकि अभी भी नोटों की गिनती जारी है, लेकिन आयकर विभाग अब उसके करीबियों पर संदेह जता रही है कि कहीं यह लोग हवाला कारोबार से जुड़े हुए लोग तो नहीं हैं। सूत्रों के अनुसार इनमें नयागंज के कई उद्योगपतियों के नाम शामिल हैं, जिन पर आयकर विभाग जल्द ही शिकंजा कस सकता है।
जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) और आयकर विभाग की टीमें बीते तीन दिनों से इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज स्थित घर पर छापेमारी कर रही हैं। टीम अब तक 284 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद कर चुकी है और अभी भी नोटों की गिनती जारी है। सूत्रों के अनुसार अब डीजीजीआई और आयकर की टीम काली कमाई के किंग पीयूष जैन पर शिकंजा तो कसेगी ही, साथ ही उसके करीबियों पर भी टीम ने नजरें गड़ा दी है।टीम को आशंका है कि नयागंज स्थित कई उद्योगपति हवाला के कारोबार में शामिल हैं। ऐसे में अरबों रुपये कैश और भारी मात्रा में सोना रखने वाले इत्र कारोबारी की जांच में बहुतों पर गाज गिरने की आशंका बढ़ती जा रही है।
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डीजीजीआई और आयकर विभाग इत्र वाले कारोबारी के मित्रों की तलाश में जुट गई है। इत्र की सुगंध के साथ अकूत दौलत का प्रबंध करने वाले कारोबारी के करीबी आखिर कौन-कौन से लोग हैं। जांच की सुई हवाला कारोबार की तरफ जा रही है। यही नहीं, संदेह के घेरे में शहर के कई कारोबारी, उद्योगपति और बिल्डर हैं जो कागजों पर फर्में चलाकर कर चोरी करते हैं। टीम के मुताबिक चिन्हित किये गये लोगों में अधिकांश नयागंज के रहने वाले हैं ।नयागंज को हवाला कारोबार का गढ़ बताया जा रहा है।