गोपेश्वर। कांग्रेस पार्टी की गढ़वाल मीडिया प्रभारी गरिमा दसोनी ने कहा कि जिस दिन उत्तराखंड राज्य बनाने की घोषणा की गई थी उसी दिन यदि स्थायी राजधानी की घोषणा भी हो जाती तो इन 21 सालों में जनता अपने को राजधानी को लेकर छला हुआ महसूस नहीं करती है।
बुधवार को गोपेश्वर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गढ़वाल मीडिया प्रभारी ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही गैरसैंण को उत्तराखंड की स्थायी राजधानी बनाया जाएगा। साथ ही देवस्थानम बोर्ड को समाप्त कर पुरानी व्यवस्था लागू की जाएगी।
गढ़वाल मीडिया प्रभारी ने कहा कि भाजपा ने डबल इंजन की सरकार बनाने के नाम पर जनता से वोट मांगा और जनता ने भी इन्हें पूर्ण बहुमत की सरकार दी लेकिन इस सरकार ने जनता को इन साढे़ चार साल के कार्यकाल में तीन मुख्यमंत्री बदलने के अलावा और कुछ नहीं दिया। महंगाई चरम पर है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। अभी प्रदेश के मुखिया बेरोजगारों को सब्जबाग दिखाने में लगे हैं कि आचार संहिता से पहले 23 हजार युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। इससे बड़ा झूठ बेरोजगारों के साथ और क्या हो सकता है।
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने जनता को गुमराह करने का काम किया है। इसी को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता अब घर-घर जाकर जनता को भाजपा की इन चार सालों के निराशाजनक कार्यकाल को जनता के बीच पहुंचायेंगे। ताकि आने वाले समय में जनता कांग्रेस के साथ खड़ी हो सकें। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब पंडा समाज सड़कों पर उतरा है।उन्होंने कहा कि भाजपा के तीन बड़े नेताओं पर यौन शोषण का आरोप लगा लेकिन बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे बड़ी शर्म की बात इस सरकार के लिए और क्या हो सकती है।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत, पूर्व काबीना मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी, प्रदेश महामंत्री हरिकृष्ण भट्ट, मुख्य प्रवक्ता विकास जुगरान, नपा अध्यक्ष सुरेंद्र लाल, जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण सिंह बिष्ट, ओम प्रकाश नेगी आदि मौजूद थे।