नैनीताल। केंद्र सरकार के अधीन कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने बुधवार को अवकाश के दिन नैनीताल नगर पालिका के लेखा विभाग के कार्यालय में ताले जड़ दिये हैं।
कार्यालय के मुख्य द्वार के साथ खिड़कियों पर भी ताले लगाए गए हैं। चेन से बांधा गया है और नोटिस चिपकाए हैं। नोटिस में लिखा गया है कि यह कार्रवाई ईपीएफओ हल्द्वानी के आदेश के तहत ईपीएफ एवं एमपी अधिनियम 1952 की धारा 13 के तहत की गई है।
बुधवार दोपहर अचानक कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के अधिकारी-कर्मचारी नगर पालिका कार्यालय के छापेमारी के अंदाज में धड़ धड़ाकर घुसे और उन्होंने वहां मौजूद कर्मचारियों से लेखा विभाग व रिकॉर्ड कक्ष आदि के बारे में जानकारी मांगी। इस बीच उनकी कार्यालय में मौजूद नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अशोक कुमार वर्मा से वार्ता हुई और उन्होंने लेखा विभाग के कार्यालय में ताले डाल दिए।
पूछे जाने पर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी वर्मा ने बताया कि वर्ष 2011 से ही कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के नियम नगर निकायों पर लागू हुए। संगठन के अधिकारियों की ओर से बताया गया कि उनके द्वारा पूर्व में वर्ष 2018 में भी और अभी हाल में भी वर्ष 2011 से असंगठित क्षेत्र के नगर पालिका में कार्यरत कामगार उपलब्ध कराने वाले ठेकेदारों-संस्थाओं आदि के बारे में जानकारी मांगी थी।
हाल में मिले संगठन के नोटिस पर 2011 से अब तक के रिकॉर्ड तैयार किए जा रहे थे और काफी रिकॉर्ड तैयार भी हो गए थे। अलबत्ता रिकॉर्ड उन्हें भेजे नहीं जा सके थे। इसलिए यह कार्रवाई की गई। आगे संगठन से अनुरोध किया जा रहा है कि यथाशीघ्र प्रपत्र प्राप्त कर कार्यालय को खोलने की अनुमति दी जाए। नगर पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी ने उम्मीद जताई कि पुराने ठेकेदारों की सूची उपलब्ध कराने के साथ गुरुवार को कार्यालय के ताले खोल दिए जाएंगे।