बीते रविवार को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए नवजोत सिंह सिद्धू को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, अध्यक्ष बनने के बाद सिद्धू को उन किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा है, जिनके ससमर्थन में वह कई बार खड़े हो चुके हैं। इसका ताजा उदाहरण मंगलवार को लुधियाना के नवांशहर से सामने आया है। दरअसल, यहां नवजोत सिंह सिद्धू का काले झंडे दिखाकर विरोध किया गया है। हालांकि पुलिस ने समय रहते ही स्थिति को संभाल लिया है और प्रदर्शनकारियों को सिद्धू के काफिले से दूर कर दिया गया।
सिद्धू के खिलाफ किसान संगठन ने की नारेबाजी
मिली जानकारी के अनुसार, नवजोत सिंह सिद्धू मंगलवार को बार लुधियाना के खटकड़कलां के भगत सिंह चौक पहुंचे। यहां एक किसान संगठन ने सिद्धू के काफिले के आगे विरोध करना शुरू कर दिया। इन प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे दिखाते हुए जैसे ही सिद्धू के सामने विरोध शुरू किया वैसे ही पुलिस अलर्ट हो गई। पुलिस ने बीच में पहुंच किसानों को निकाला उसके बाद स्थिति सामान्य हुई। पुलिस का कहना है कि अभी हालात काबू में हैं।
सूत्रों का कहना है कि सिद्धू ने शहीद ए आजम भगत सिंह के स्मारक पर माथा टेका। इसी दौरान सिद्धू के दौरे की भनक लगते ही मौके पर किसान संगठनों के लोग भी मौके पर पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। पुलिस प्रशासन ने उनको रोकने का प्रयास किया तो किसानों ने जबरदस्ती आगे बढ़ना शुरू कर दिया।
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पुलिस प्रशासन ने पहले सिद्धू और किसानों की आमने सामने बात करवाने की योजना बनाई लेकिन मामला बिगड़ते देख इसे रद्द कर दिया गया। उधर, कांग्रेस का कहना है कि नवजोत सिद्धू हमेशा से किसान आंदोलन का समर्थन करते रहे हैं। उन्होंने पहले भी कई बार किसानों के समर्थन में केंद्र के खिलाफ आवाज उठाई है।