पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ी हुई कीमतों के खिलाफ पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को राज्य भर में व्यापक विरोध प्रदर्शन किया है। इस पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने सवाल खड़ा किया है। दोनों ने कहा है कि अगर राज्य सरकार वाकई में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें कम चाहती है तो इस पर लगने वाले राज्य का कर छोड़ देना चाहिए।
कांग्रेस और बीजेपी ने तृणमूल के विरोध प्रदर्धन पर किया हमला
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर चौधरी ने केंद्र पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनकी पार्टी लोगों पर बोझ कम करने के लिए पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों को कम करने के लिए करों को वापस लेने की मांग कर रही है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार को पेट्रोलियम उत्पादों पर कर में कमी पर भी विचार करना चाहिए, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बड़े जनादेश के साथ सत्ता में आईं और उन्हें इसकी समीक्षा करनी चाहिए।
सड़कों पर उतरने से कीमतें कम नहीं होगीं
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि सड़कों पर उतरने से पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में कमी नहीं आएगी। पेट्रो उत्पादों की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार से जुड़ी हुई हैं। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार स्थिर होगा, तो देश में कीमतों में भी नरमी आएगी। तब तक अगर राज्य सरकार चाहे तो डीजल-पेट्रोल और ईंधन पर लगने वाले करों को छोड़कर इनकी कीमत कम कर सकती है।
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