पश्चिम बंगाल में तृणमूल (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी की तीसरी बार प्रचंड जीत के बाद पार्टी का जनाधार तेजी से बढ़ता जा रहा है। भाजपा छोड़कर तृणमूल में वापस लौटने वालों की संख्या तो रोज ही में बढ़ती जा रही है। साथ ही पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे और पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी के भी तृणमूल में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं।
तृणमूल महासचिव अभिषेक से मिले थे अभिजीत
सूत्रों के अनुसार अभिजीत सोमवार शाम को कैमाक स्ट्रीट स्थित तृणमूल कांग्रेस महासचिव अभिषेक बनर्जी के कार्यालय पहुंचे थे। टीएमसी नेतृत्व ने अभिजीत से टीएमसी में शामिल होने को लेकर काफी बातचीत की है। अन्य सूत्र ने बताया कि अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को भाजपा के एक नेता से भी मुलाकात की थी।
कुछ दिन पहले अभिजीत ने एक चाय पार्टी में सांसद और तृणमूल जिलाध्यक्ष अबू ताहेर, सांसद खलीलुर रहमान, दो मंत्री अखरुज्जमां और सबीना यास्मीन, विधायक इमानी विश्वास से मुलाकात की थी। संयोग से, अभिजीत 2019 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल उम्मीदवार खलीलुर रहमान से हार गए। अभिजीत पिछले कई दिनों से देउली के रघुनाथगंज स्थित घर में रह रहे थे। इसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे।
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सूत्रों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस ने अभिजीत को जंगीपुर सीट से टिकट दे सकती है। जंगीपुर राज्य के उन विधानसभा क्षेत्रों में से एक है जहां उपचुनाव होंगे। इससे पहले 2012 में प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति बनने पर जंगीपुर निर्वाचन क्षेत्र से इस्तीफा दे दिया था। अभिजीत उस सीट से उपचुनाव जीतकर लोकसभा गए थे। उन्होंने 2014 में भी जीत हासिल की थी। लेकिन वह 2019 का चुनाव हार गए थे।