प्रोटीन के साथ मूंग दाल में होते हैं कई पोषक तत्व, रोजाना करना चाहिए सेवन

खुद को फिट रखने के लिए संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी होता है। खाने में एक कटोरी दाल लेना चाहिए यह बात तो हम जानते हैं लेकिन इसके पीछे का क्या कारण है यह हम आज आपको बताने जा रहे हैं। मूंग दाल में प्रोटीन के साथ ही फ्लेवोनोइड्स, फेनोलिक एसिड, कार्बनिक एसिड, अमीनो एसिड, कार्बोहाइड्रेट और लिपिड जैसे पोषक तत्वों पाए जाते हैं। इसके साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीडायबिटिक गुण भी पाए जाते हैं। जो शरीर को बीमारियों से दूर करते हैं।

रोजाना मूंग दाल को डाइट में शामिल करने से मसल्स मजबूत होने के साथ ही एनीमिया भी दूर होता है। हेल्थ एक्सपर्ट सिमरन सैनी के अनुसार – ‘पोटेशियम, मैग्नीशियम, फोलेट, विटामिन बी 6, प्रोटीन जैसे हेल्‍दी पोषक तत्वों से भरपूर दाल, हमारी बॉडी के लिए हेल्‍दी पोषक तत्वों का एक बहुत अच्छा स्रोत है। पचने में आसान होने के कारण इससे पेट फूलने से बचता है और हरी मूंग की दाल हमारे डाइजेशन के लिए अच्छी होती है। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण यह हमारी बॉडी में किसी भी सूजन और इंफेक्‍शन के होने की संभावना को कम करने में हेल्‍प करती है। हरे मूंग में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट Vitexin और Isovitexin हमारे दिल की रक्षा करने में हेल्‍प करते हैं। इसके अलावा हाई फाइबर का लेवल ‘खराब’ एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में हेल्‍प करता है। हृदय रोग के जोखिम को कम करता है और डायबिटीज जैसी स्वास्थ्य स्थितियों के जोखिम को कम करता है।’

मूंग दाल में एंटीऑक्सीडेंट गुण और कुछ फ्लेवोनॉयड्स पाए जाते हैं। जो स्ट्रेस को दूर करने में मदद करते है। मूंग दाल ब्‍लड में मौजूद शुगर के लेवल को बैलेंस रखती है। मूंग में फाइबर और प्रोटीन की मात्रा भी पाई जाती है। जो डाइजेशन को ठीक रखने के लिए जरूरी होती है। हाई फाइबर से ‘खराब’ एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद करता है। साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से भी रोकता है।

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प्रेग्‍नेंसी के समय में महिलाओं को फोलेट खाने की सलाह दी जाती है। अगर फोलेट की कमी हो जाती है तो मां और बच्चा दोनों के लिए समस्या हो सकती है। इसके साथ ही भ्रूण के विकास के लिए भी फोलेट जरूरी होता है। हरी मूंग की दाल में भरपूर मात्रा में फोलेट पाया जाता है। जिस वजह से महिलाओं को प्रेग्नेंसी में मूंग दाल खाने की सलाह दी जाती है।