उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में स्थित नौचंदी थाना क्षेत्र में हनी ट्रैप के शिकार व्यापारी को मुकदमा दर्ज करने बजाय इंस्पेक्टर ने गायत्री मंत्र का पाठ पढ़ाकर वापस भेज दिया। गुरुवार को पीड़ित ने आईजी से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की। आईजी ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
व्यापारी हेमंत गोयल ने लगाए गंभीर आरोप
शास्त्रीनगर डी ब्लॉक निवासी व्यापारी हेमंत गोयल अपने वकील रामकुमार शर्मा के साथ गुरुवार को आईजी कार्यालय पहुंचे। आईजी प्रवीण कुमार को व्यापारी ने बताया कि वह अपने घर में अकेले रहते हैं। वर्ष 2020 में साईं बगिया के निकट रहने वाली अंजू नाम की महिला ने उन्हें अपनी बातों में फंसा कर मोदीनगर निवासी सविता नाम की तलाकशुदा महिला से उनकी शादी करा दी। जिसके बाद सविता अपने बेटे हेमंत शर्मा के साथ हेमंत गोयल के घर पर रहने लगी।
व्यापारी हेमंत गोयल का आरोप है कि इसके बाद से लगातार सविता और उसका बेटा हेमंत उनके साथ मारपीट करते रहे। उनके बैंक खाते से जबरन 22 लाख रुपये निकलवाए गए और 15 लाख की ज्वैलरी भी सविता ने अपने पास रख ली। मां-बेटों की मारपीट से परेशान होकर हेमंत गोयल नौचंदी थाने पहुंचे।
आरोप है कि तीन बार थाने में शिकायत करने के बावजूद इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा ने उन्हें हर बार एक पर्ची पर गायत्री मंत्र लिखकर हाथ में थमा दिया। थानेदार का कहना था कि वह गायत्री मंत्र का जाप करें, जिसके बाद सब कुछ ठीक हो जाएगा। इतना ही नहीं थानेदार ने उन्हें ऋषिकेश के आश्रम में जाकर धूनी रमाने की सलाह तक दे डाली।
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व्यापारी का आरोप है कि वह दोबारा अपने घर पहुंचा तो सविता और उसके बेटे ने उसकी फिर से पिटाई की। लगातार पिटाई से दहशत में आए व्यापारी ने आईजी से शिकायत की। अधिवक्ता रामकुमार शर्मा ने कहा कि क्या अब इतना रामराज गया है कि पुलिस को आईपीसी के स्थान पर धर्म ग्रंथों का सहारा लेना पड़ रहा है? पूरा मामला संज्ञान में आने के बाद आईजी प्रवीण कुमार ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। इंस्पेक्टर नौचंदी प्रेमचंद शर्मा का कहना है कि इस मामले में आरोपितों के खिलाफ पहले से ही एफआईआर दर्ज है।