कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का शुक्रवार को राज्यसभा सदस्य के तौर पर आखिरी दिन है। आज उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है। राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष की भूमिका मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपने का निश्चय किया है। इसके लिए कांग्रेस की तरफ से सदन के सभापति वेंकैया नायडू के समक्ष प्रस्तावित नाम प्रस्तुत कर दिया गया है।
कांग्रेस ने मल्लिकार्जुन के नामपर लगाई मुहर
दरअसल, राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से सभी चार सदस्यों का छह वर्षों का कार्यकाल संसद के इस सत्र में पूरा हो रहा है। इनमें कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, भाजपा के शमशेर सिंह मन्हास और पीडीपी के मीर मोहम्मद फ़ैयाज तथा नजीर अहमद लवाय शामिल हैं। ऐसे में जबतक वहां चुनाव के बाद नई विधानसभा का गठन नहीं होता, तबतक इस केंद्र शासित प्रदेश से उच्च सदन में कोई प्रतिनिधि नहीं रहेगा। इस तरह गुलाम नबी आजाद को फिर से संसद तक पहुंचने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा।
गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल समाप्त होने पर राज्यसभा में उनकी जगह कौन लेगा इस बात पर राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई थी। हालांकि खड़गे का नाम आगे कर कांग्रेस ने तमाम कयासों पर विराम लगा दिया है। कांग्रेस पार्टी ने राज्यसभा के चेयरमैन और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू को भी नेता विपक्ष चुने जाने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सौंप दिया है।
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इससे पहले, बीते बुधवार को गुलाम नबी आजाद के विदाई भाषाण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भावुक हो गए थे और आजाद की जमकर तारीफ की थी।