गाजियाबाद जिले जके मुरादनगर इलाके में स्थित श्मशान घाट में बीते रविवार को हुए हादसे की वजह से लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। दरअसल, इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों ने प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। सौकड़ों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आएं है और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने मुरादनगर के उखलारसी इलाके में शव को रखकर जाम लगा दिया है।
ये है प्रदर्शन की वजह
दरअसल, बीते रविवार को कुछ लोग एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मुरादनगर के श्मशान घाट गए थे। सुबह के वक्त हुई तेज बारिश की वजह से ये लोग श्मशान घाट पर ही नवनिर्मित एक छत के नीचे खड़े हो गए। ये लोग जिस छत के नीच खड़े थे वह तेज बारिश झेल न सकी और भरभराकर नीचे आ गिरी। इससे छत के नीचे खड़े लोग दब गए। हालांकि सूचना मिलने के तुरंत बाद जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई और राहत-बचाव कार्य में जुट गई। इस दुर्घटना में 25 लोगों की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री ने किया आर्थिक सहायता का ऐलान
बीते दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ने भी इस घटना को संज्ञान में लेते हुए अधिकारियों को सख्त सादेश सुनाए थे। सीएम योगी ने कहा था कि मैने जिले के अधिकारियों को राहत कार्य करने और घटना की एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। हादसे में प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जाएगी। इसके अलावा हादसे में मृतकों के आश्रितों को 02-02 लाख रु0 की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
इन लोगों के खिलाफ हो रही कार्रवाई
इस हादसे के बाद प्रशासन ने भी काफी सख्त तेवर अख्तियार कर लिया है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। मुरादनगर पालिका की अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान, ठेकेदार अजय त्यागी, जेई सीपी सिंह, सुपरवाइजर आशीष समेत अन्य अज्ञात व संबंधित अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। जेई सहित तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। हालांकि छत बनाने वाला ठेकेदार फरार हो गया है।
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