जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी (JNU) की पूर्व छात्र नेता शेहला राशिद पर देशद्रोह का आरोप लग रहा है। शेहला पर आरोप है कि वे राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में सम्मिलित हैं और इसके लिए उन्हें विदेशों से फंड मिलता है। यह आरोप किसी राजनीतिक दल के नेता नहीं, बल्कि शेहला राशिद के पिता अब्दुल राशिद शोरा ने ही लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने खुद को अपनी बेटी से जान का खतरा बताया है। इन आरोपों के साथ अब्दुल राशिद ने जम्मू-कश्मीर के डीजीपी को तीन पन्नों का शिकायत पत्र भी दिया है।
शेहला राशिद के पिता ने लगाया ये आरोप
मिली जानकारी के अनुसार, शेहला राशिद के पिता अब्दुल रशीद शौरा ने अपनी बेटी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी देशद्रोह समेत कई देश विरोधी गतिविधिय़ों में शामिल हैं। इसके साथ उन्होंने पूरे मामले की जांच करने की मांग की है।
पिता अब्दुल रशीद शौरा का कहना है कि मनी लांर्डिंग मामले में पहले ही इंजीनियर रशीद और जुहूर वटाली गिरफ्तार हैं। इन दोनों नेताओं ने उनकी बेटी को नई पार्टी में शामिल होने के लिए तीन करोड़ रुपये के पैकेज की पेशकश की थी। उनका कहना है कि जब उन्होंने बेटी शेहला राशिद को इसके लिए मना किया तो उसने धमकी दी।
उन्होंने अपने आरोपों में शेहला राशिद पर आरप लगाया कि राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए शेहला को यूएस में बैठे अलगाववादियों द्वारा फंड दिया जाता है। उनका कहना है कि शेहला राशिद के बैंक अकाउंट की जांच करने से सब कुछ साफ़ हो जाएगा।
वहीं, शेहला राशिद ने आरोपों के बाबत बयान दिया है कि उनके पिता के आरोप बेबुनियाद हैं और उनका कोई आधार नहीं है। पिता के आरोपों पर पलटवार करते हुए शेहला रशीद ने ट्वीट किया है। ट्वीट के माध्यम से उन्होंने कहा कि शेहला ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि परिवार में ऐसा नहीं होता, जैसा मेरे पिता ने किया है। उन्होंने मेरे साथ-साथ मेरी मां और बहन पर भी बेबुनियाद आरोप लगाए हैं।
यह भी पढ़ें: बंगाल चुनाव से पहले खतरे में तृणमूल, पीके को लेकर उठ रहे बगावत के सुर
शेहला ने ट्वीट करते हुए कहा कि वह पत्नी को पीटने वाला और एक अपमानजनक, नापाक आदमी है। हमने आखिरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है और यह स्टंट उसी का हिस्सा है। शेहला ने बयान जारी करते हुए कहा कि उन्हें 17 नवंबर से ही घर में आने से रोका हुआ है।