असम में संदिग्ध अवस्था में हुई वरिष्ठ पत्रकार पराग भुइयां की मौत का मामला उठाते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरा है। इस मुद्दे को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि देश में तमाशा करने वालों को सुरक्षा दी जा रही है और सच्ची पत्रकारिता करने वालों का गला घोंटा जा रहा है।
वरिष्ठ पत्रकार की मौत पर राहुल गांधी ने व्यक्त की संवेदनाएं
दरअसल, बीते गुरूवार को असम के पूर्व मंत्री जगदीश भुइयां के भाई और पत्रकार पराग भुइयां की एक सड़क हादसे कि वजह से मौत हो गई थी। यह हादसा तिनसुकिया जिले के काकोपाथर इलाके में उनके घर के पास घटी थी। उन्हें एक तेज रफ्तार वाहन ने टक्कर मार दी थी, जिससे वह बुरी तरह से घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान गुरूवार को उनकी मौत हो गई।
इस मामले को उठाते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट कर बीजेपी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने लिखा कि भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने वाले असम के वरिष्ठ पत्रकार पराग भुइयां की संदिग्ध परिस्थिति में हत्या हो गई। उनके परिवार को मेरी संवेदनाएं। असम, मध्य प्रदेश या यूपी, भाजपा शासित राज्यों में सच्ची पत्रकारिता का गला घोंटा जा रहा है और तमाशा करने वालों को सुरक्षा मिल रही है।
केवल राहुल गांधी की नहीं, जिस असमिया चैनल ‘प्रतिदिन टाइम’ में वरिष्ठ पत्रकार पराग भुइयां नौकरी करते थे, उस चैनल ने भी इस घटना को हत्या करार दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए असम सरकार ने इस मामले की जांच सीआईडी को सौंपी है।
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असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि पराग भुयान ने पत्रकारिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और उनकी मृत्यु समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। इस मामले में पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार पराग भुइयां को टक्कर मारने वाले वाहन को जब्त करते हुए ड्राइवर जेम्स मुरहा और हेल्पर बाबा बोरदोलोई को काकोपाथर के बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया है।