उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने आस्था उपचार और प्रार्थना की आड़ में दलित समुदाय के सदस्यों को ईसाई धर्म में धर्मांतरण करने के कथित प्रयास के सिलसिले में बाराबंकी से कम से कम नौ लोगों को गिरफ्तार किया है।
जारी सूचना के अनुसार, यह घटना गौतमन पुरवा गांव में हुई, जहां पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से संदिग्ध लोग स्थानीय समुदाय को बाइबिल पढ़कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे थे।
धर्मांतरण की घटना का विवरण
घटना के बारे में बोलते हुए सहायक पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण ने कहा कि आरोपी आस्था उपचार और प्रार्थना की आड़ में कथित तौर पर क्षेत्र में अवैध धर्मांतरण गतिविधियों में शामिल थे।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गांव पहुंचने पर पुलिस को पता चला कि मुन्नी लाल रावत के घर पर ईसाई प्रार्थना सभा हो रही थी। सभा में शामिल कुछ लोग कथित तौर पर स्थानीय लोगों को ईसाई धर्म की ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहे थे।
अधिकारी ने बताया कि नौ लोगों – परशुराम, गोकर्ण, मुन्नी लाल, मंजू, बबलू, विद्यावती, शिवांशी और दो अन्य को गिरफ्तार किया गया।” गौरतलब है कि गिरफ्तारियों के अलावा, पुलिस ने बताया कि प्रार्थना सभा स्थल से बाइबल और अन्य धार्मिक साहित्य, संगीत वाद्ययंत्र, मिठाइयाँ और बच्चों के लिए उपहार भी जब्त किए गए।
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जांच जारी है
पुलिस ने बताया कि मामले की विस्तृत जांच चल रही है। आरोपियों पर अब तक उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।