मोदी सरकार कोरोना महामारी के दौरान से देश भर में राशन कार्ड धारकों और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को मुफ्त राशन दे रही है। साथ ही साथ प्रदेश की योगी सरकार भी गेहूं चावल के साथ नमक, रिफाइंड और चना भी दे रही है, लेकिन क्या आप इस योजना का लाभ उठाने के पात्र हैं? क्योंकि अपात्र होने के बावजूद राशन लेने वालों पर प्रशासन ने शिकंजा कसने का मन बना लिया है।
अगर आप अपात्र हैं और उसके बावजूद भी राशन कार्ड बनवा कर राशन ले रहे हैं तो आप से वसूली की जा सकती है। इसे लेकर सभी जिलों में सत्यापन का काम भी शुरू कर दिया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं जिलाधिकारियों को यह चेतावनी भी दी गई है ऐसे में लोगों से गेहूं और चावल की जाएगी बाजार दर पर वसूली की जाए।
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इस अभियान को लेकर खाद्य आयुक्त ने भी सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि, वे इस अभियान को गंभीरता से चलाएं। साथ ही साथ लोगों से अपील करें कि, अगर अपात्र हैं तो अपना राशन कार्ड सरेंडर कर दें। नहीं तो 4 रुपये प्रति किलो गेहूं और 32 रुपये प्रति किलो चावल या फिर बाजार की दर तय कर वसूली की जाएगी। यह भी कहा गया है कि राशन कार्ड सरेंडर करने वाले इसकी रसीद अवश्य ले लें ताकि आगे जांच में यह दिखा सकें कि उन्होंने अपना राशन कार्ड सरेंडर कर दिया है।