महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे मुश्किल में पढ़ते नजर आ रहे हैं। क्योंकि औरंगाबाद पुलिस ने ठाकरे समेत 4 लोगों के खिलाफ खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। उन पर 1 मई को औरंगाबाद की रैली में भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगा है। इसके अलावा सत्ताधारी पार्टी शिवसेना की तरफ से उन्हें नोटिस भी जारी किया गया है।
राज ठाकरे खुले तौर पर दी थी खुली चेतावनी
दरअसल, राज ठाकरे के खिलाफ यह मामला औरंगाबाद के सिटी चौक पुलिस स्टेशन में पुलिस उप निरीक्षक गजानान इंगले ने ये शिकायत दर्ज कराई है। राज ठाकरे ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर 3 तारीख के बाद भी मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं उतारे गए तो जगह-जगह एमएनएस कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। साथ ही अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि तीन मई की समय सीमा के बाद जो कुछ भी होगा, उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं रहूंगा। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर का शोर धार्मिक, नहीं बल्कि सामाजिक मुद्दा है।
‘राज ठाकरे ने 16 शर्ते में से 12 शर्तों का किया उल्लंघन’
वहीं इस मामले पर महाराष्ट्र के पुलिस प्रमुख (डीजीपी) रजनीश सेठ ने कहा कि औरंगाबाद के पुलिस आयुक्त कथित विवादित भाषण को लेकर राज ठाकरे के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे। खुद औरंगाबाद के पुलिस आयुक्त उनके इन भड़काऊ भाषण की जांच कर रहे हैं। बता दें कि राज ठाकरे को रैली की परमिशन देते वक्त जिले की पुलिस ने उनको 16 शर्ते बताई थीं, लेकिन उनमें से 12 शर्तों का उल्लंघन हुआ है।
संपत्ति को नुकसान हुआ तो की जाएगी वसूली
उद्धव सरकार ने राज ठाकरे और मनसे के कार्यकर्ताओं के लिए एक सख्त नोटिस जारी किया है। जिसमें अल्टीमेटम दिया गया है कि अगर मनसे नेताओं के दिए गए भड़काऊ भाषण के बाद कार्यकर्ताओं ने किसी भी तरह सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्हीं से सार्वजनिक संपत्ति की वसूली की जाएगी।
राज ठाकरे पर केस दर्ज होने पर संजय राउत का बड़ा बयान
वहीं राज ठाकरे के खिलाफ मामला दर्ज करन के बाद शिवसेना के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत का बड़ा बयान भी सामने आया है। राउत ने कहा-पूरे देश में ऐसे मामले दर्ज हैं। अगर कोई भड़काऊ भाषण देता है, कोई ऐसा कुछ लिखता है तो उसके खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाती है। इसमें कौन सी बड़ी बात है? राउत ने कहा कि यह महाराष्ट्र है, जिसके खिलाफ साजिश रची जा रही है। मुझे जानकारी है कि राज्य के बाहर से लोगों को लाया जा रहा है और दंगे की साजिश रची जा रही है।