पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से ममता बनर्जी पर कार्रवाई की मांग की है। बुधवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी से मुलाकात की और चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा।
केंद्रीय मंत्री ने ममता के खिलाफ खोला मोर्चा
ज्ञापन में नंदीग्राम से तृणमूल की उम्मीदवार ममता बनर्जी के भाषण पर आपत्ति जताते हुए कार्रवाई की मांग की। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि ममता लोगों को उकसा रही हैं, इससे हिंसा का बढ़ावा मिल सकता है।
प्रतिनिधिमंडल में धर्मेंद्र प्रधान के साथ भाजपा नेता शिशिर बाजौरिया भी शामिल थे। भाजपा नेताओं ने नंदीग्राम से जुड़ी फेरी सेवा को बंद करने, नंदीग्राम के अन्य इलाकों में धारा 144 लगाने और कुछ अधिकारियों के स्थानांतरण करने की मांग की।
ज्ञापन देने के बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि पहले चरण का चुनाव अच्छा से हुआ है। दूसरा चरण भी अच्छे से हो, इसके लिए जरूरी है कि चुनाव आयोग कठोर कदम उठाए। उन्होंने कहा कि जो बाहरी हैं, उन्हें बिल्कुल जेल में डाल दीजिए, चाहे वह किसी भी पार्टी से हो।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री का डराना, धमकाना और गलत भाषा का प्रयोग करना चिंताजनक है। वह चुनाव हराने के भय से इस तरह की भाषा का प्रयोग कर रही हैं। उनके बयान से सामाजिक तनाव पैदा हो रहा है। पीटो और मारो जैसी भाषा का इस्तेमाल बहुत चिंता का विषय है।
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे लोगों के इस तरह का बयान देने से समाज में तनाव फैलता है। चुनाव आयोग उनकी भाषा पर लगाम लगाने की कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि उकसाने वाली भाषा का इस्तेमाल करने पर ममता के खिलाफ कार्रवाई भी की जानी चाहिए।