शिवसेना के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र शहरी विकास और लोक निर्माण मंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना के एक दर्जन विधायकों सहित लापता हो गए हैं। ऐसे में महाराष्ट्र की महाविकासअघाड़ी गठबंधन की सरकार डगमगाने लगी है। वहीं सोमवार को हुए विधानपरिषद के चुनावों में 10 सीटों में से बीजेपी ने 5 सीटें जीती हैं जबकि शिवसेना को दो और एनसीपी को दो सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था।
शिंदे के गायब होने के बाद सियासी गलियारों में इस बात की सुगबुगाहट शुरू हो गई है क्या अब महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार खतरे में पड़ सकती है। हालांकि शिवसेना नेता नीलम गोरे ने बताया, ‘शिंदे इस समय गुजरात में हैं, लेकिन हम उनके सही ठिकाने के बारे में नहीं जानते हैं। मुझे इस बात का यकीन है कि समय आने पर वो सामने आएंगे और अपना रुख स्पष्ट करेंगे।’ महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 विधानसभा की सीटें हैं जिसमें से बीजेपी के पास 106 सीटें हैं जबकि कुल 133 वोट पड़े थे। इनमें से अन्य पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों को मिलाकर कुल 27 वोट और पड़े थे। वहीं शिवसेना के 12 विधायक गायब थे।
4 बार से विधायक हैं एकनाथ शिंदे
एकनाथ शिंदे ठाणे के कोपरी पचपखाड़ी से चौथी बार विधायक चुने गए हैं और उद्धव ठाकरे के बाद शिवसेना के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं। सभी के लिए स्वीकार्य माने जाने वाले शिंदे को शिवसेना का एक मजबूत अनुयायी माना जाता है। 2014 के विधानसभा चुनावों के बाद, जो शिवसेना ने भाजपा के खिलाफ लड़ा था, ठाकरे ने उन्हें महाराष्ट्र में विपक्ष का नेता चुना था। शिवसेना ने बाद में भाजपा से हाथ मिलाया और शिंदे को मंत्री बनाया गया था।