बुधवार आठ मार्च को भारत समेत दुनिया के विभिन्न देशों में महिलाओं के योगदान के सम्मान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर कई विरांगनाओं को सम्मानित भी किया जाएगा। हम सभी जानते हैं कि कैसे महिलाएं अपने पुरुष समकक्षों के साथ हर जगह अपने पराक्रम और साहस के साथ ऊंची उड़ान भरती रही हैं।

इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए, भारतीय सशस्त्र बल अपनी महिला अधिकारियों को कठिन परिस्थितियों के लिए तैयार करने के लिए प्रशिक्षित कर रहे हैं। जहां तकमहिला अधिकारियों की सेवाओं का संबंध है, हाल के वर्षों में भारतीय सेना ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
पिछले साल मई में, मेजर अभिलाषा बराक कॉम्बैट एविएटर के रूप में आर्मी एविएशन कॉर्प्स में शामिल होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं। उन्हें 36 सेना पायलटों के साथ प्रतिष्ठित विंग्स से भी सम्मानित किया गया था। आइए जानते हैं मेजर अभिलाषा बराक के बारे में सबकुछ जो हमेशा दुश्मनों को रौंदने के लिए तैयार रहती हैं।
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समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, उसने अपने काम के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि एक लड़ाकू एविएटर के रूप में वह कैसा महसूस करती हैं? उन्होंने कहा कि मैं अभी भी संगठन का एक बहुत छोटा हिस्सा हूं। ऐसे कई सैकड़ों एविएटर हैं जिन्हें पंख मिल गए हैं। हम सिर्फ अपना कर्तव्य निभा रहे हैं और यह बहुत सामान्य लगता है। मैं वही कर रही हूं जो हर दूसरा एविएटर करता है।
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