उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में बीते दिनों हुई अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की मौत की जांच कर रही पुलिस नए-नए खुलासे कर रही है। इसी बीच अब उनके शरीर का पोस्टमार्टम भी हो चुका है। इस पोस्टमार्टम में उनकी मौत की असली वजह भी सामने आ गई है। इसके साथ ही उनका विसरा भी सुरक्षित कर लिया गया है। कुछ ही देर में महंत नरेंद्र गिरी को भू समाधि दी जाएगी।
महंत नरेंद्र गिरी का पोस्टमार्टम पांच डॉक्टरों के पैनल ने किया
मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को महंत नरेंद्र गिरी के शरीर का पोस्टमार्टम किया। इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मौत फांसी लगने की वजह से हुई है। पोस्टमार्टम करने वाले पैनल में पांच डॉक्टर थे, जिसमें डॉ. लालजी गौतम, राजेश श्रीवास्तव, अमित श्रीवास्तव, बादल सिंह, राजेश कुमार राय का नाम शामिल है। बताया जा रहा है कि पोस्टमॉर्टम की पूरी वीडियोग्राफी की गई है।
उधर, इस मामले की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी टीम ने हिरासत में लिए गए महंत नरेंद्र गिरी के शिष्य आनंद गिरी से पूछताछ की। यह पूछताछ करीब 12 घंटे तक चली। बताया जा रहा है कि इस दौरान पुलिस ने मामले के अन्य आरोपी आद्या तियारी और आनंद गिरी को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की। इसके साथ ही पुलिस ने आनंद गिरी से उनके और महंत नरेंद्र गिरी के बीच में पैदा हुए विवाद को लेकर भी सवाल किये।
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गौरतलब है कि बीते दिनों नरेंद्र गिरी का शव उनके कमरे में पंखे से लटकता हुआ मिला था। इस दौरान पुलिस को शव के पास के एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें आनंद गिरी पर परेशान करने का आरोप लगाया गया था। इसी के बाद पहले पुलिस ने आनंद गिरि को हरिद्वार से हिरासत में लिया था। हालांकि बाद में उसे गिरफ्तार किया गया।