लखनऊ। आवारा कुत्तों के झुंड ने एक 13 वर्षीय लड़के पर हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गया। यह घटना एलडीए की गगनचुंबी इमारत जानकीपुरम सृष्टि अपार्टमेंट में घटी और महज दो महीने के भीतर उसी इमारत में इस तरह का यह पांचवां मामला है।
लड़के की मां प्रीति उपाध्याय ने कहा, तीन-चार कुत्तों के झुंड ने अचानक राज आर्यन पर उस वक्त हमला कर दिया, जब वह बिल्डिंग के लॉन में खेल रहा था। उसके पैरों में चोटें आई हैं। भवन परिसर में ऐसे पिछले मामलों में, कुत्तों के हमले की अलग-अलग घटनाओं में एक रखरखाव कर्मचारी, दो महिलाओं और एक किशोर को चोटें आई हैं।
निवासी कल्याण संघ के एक सदस्य विवेक शर्मा ने पूछा, “कई कुत्तों के काटने के कारण, इमारत के निवासी अब लाठी या समूहों में बाहर जाने लगे हैं। इन हमलों को अक्सर संबंधित अधिकारियों द्वारा अनदेखा कर दिया जाता है जब तक कि कोई बड़ी घटना नहीं हो जाती। क्या नागरिक निकाय हैदराबाद जैसी घटना की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जहां एक लड़के को कुत्तों के झुंड ने मार दिया।”
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अभिनव वर्मा ने बताया कि सृष्टि अपार्टमेंट के पास के ज्यादातर इलाके हाई राइज हैं। उन्होंने कहा, कुत्तों को पर्याप्त भोजन नहीं दिया जा रहा है। यह उनके आक्रामक होने के कारणों में से एक हो सकता है। अधिकांश कुत्तों की नसबंदी की जानी बाकी है, लेकिन हमने उन्हें पकड़ने के लिए एक वाहन भेजा है।
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कुत्ते का हमला शहरी विकास विभाग द्वारा पालतू जानवरों के पंजीकरण के संदर्भ में ‘क्या करें और क्या न करें’ का एक नया सेट तैयार करने के बाद हुआ है। कुत्ते के मालिकों को अब एक अंडरटेकिंग देनी होगी कि उनके पालतू जानवर लोगों को परेशान नहीं करेंगे। अतिरिक्त नगर आयुक्त (पशु कल्याण) अरविंद राव ने कहा, “यह विचार कुत्ते के मालिकों को अपने पालतू जानवरों के कार्यों के लिए जवाबदेह बनाना है।”