बाराबंकी । बाराबंकी स्थित श्रीराम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में बिना मान्यता के एलएलबी कोर्स संचालित किए जाने को लेकर सोमवार को छात्रों का आक्रोश उग्र हो गया। छात्रों के साथ मिलकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया, जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पुलिस द्वारा छात्रों को दौड़ाकर पीटते हुए देखा जा सकता है।
लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हुए, जिनमें से छह को मेयो अस्पताल और दो को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद विश्वविद्यालय कैंपस में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। वहीं, देर रात ABVP कार्यकर्ताओं ने बाराबंकी डीएम आवास पर प्रदर्शन किया और पुतला दहन किया।
छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) की मान्यता के बिना ही एलएलबी कोर्स शुरू कर दिया, जिससे उनके भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है। छात्रों का यह भी आरोप है कि विश्वविद्यालय अवैध शुल्क वसूल रहा है।
घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने छात्रों पर हुई कार्रवाई को लेकर नाराजगी जताई है और CO हर्षित चौहान को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर किया गया है। सीएम ने मंडलायुक्त अयोध्या को लॉ कोर्स की मान्यता की जांच और IG अयोध्या को मारपीट की जांच सौंपने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने कहा कि छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच झड़प हुई, जिससे स्थिति बिगड़ गई। उन्होंने बताया कि अब तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है और वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है। वहीं ASP विकास चंद्र त्रिपाठी ने लाठीचार्ज की घटना से इनकार किया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी सभी आरोपों को खारिज किया है। रजिस्ट्रार प्रो. नीरजा जिंदल ने दावा किया कि यूनिवर्सिटी को BCI से 2022-23 सत्र के लिए मान्यता प्राप्त है और 2027 तक संबद्धता शुल्क जमा किया जा चुका है। छात्रों को आश्वस्त करने के लिए शपथ-पत्र भी जारी किया गया है।
ABVP ने चेतावनी दी है कि जब तक कुलपति छात्रों से संवाद नहीं करते, निष्कासित छात्रों को बहाल नहीं किया जाता और डिग्री की मान्यता स्पष्ट नहीं होती, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।