सपा मुखिया ने जबरिया पार्टी की अध्यक्षी तो कब्जा ली, लेकिन संभाल नहीं पा रहे: सिद्धार्थ नाथ

लखनऊ। कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने विपक्षी दलों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बरसाती मेढकों की तरह सपा और बसपा टर्र-टर्र करना शुरू कर दिए हैं। जब इनकी सरकारें थीं, तो जनता के लिए कुछ किया नहीं और अब चुनावी लालीपॉप देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा मुखिया ने जबरिया अपने चाचा से पार्टी की अध्यक्षी तो कब्जा ली, लेकिन उसे संभाल नहीं पा रहे हैं। इसलिए वह उलल जलूल बयान दे रहे हैं।


यह बातें उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहीं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का चीर हरण करने वालों के मुंह से लोकतंत्र की बात शोभा नहीं देती। पहले वह अपने किए पापों के लिए प्रायश्चित करें, फिर जनता जनार्दन की बात करें। उन्होंने कहा कि 2022 में होने वाला विधानसभा चुनाव राष्ट्र निर्माण के लिए भाजपा की ओर से जनता लड़ेगी। योगी सरकार ने बिना भेदभाव के पीएम मोदी के सबका साथ, सबका विकास के मूल मंत्र पर कार्य किया है, जिसका नतीजा है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है और तेजी से निवेश आ रहा है। लोगों को सरकारी नौकरी से लेकर रोजगार मिल रहा है।

सपा के कर्मों का फल 2022 में जनता फिर देगी
उन्होंने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव को फीता काटने का बहुत शौक है, लेकिन वह सपा सरकार में यह शौक पूरा नहीं कर पाए, तो अब हर काम को अपना बताने लगते हैं। जब जनता ने उनको मौका दिया था, तब वह सत्ता के नशे में चूर थे और प्रदेश में हर ओर हाहाकार मचा था। जिस कारण जनता ने उनको नकार दिया। अभी ज्यादे दिन नहीं बीते हैं और जनता कुछ भूली नहीं है। सपा के कर्मों का फल जनता फिर उन्हें 2022 में देने वाली है।