वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में तीन दिन तक चले सर्वे का काम खत्म हो गया है। तीसरे दिन सर्वे टीम ने नंदी की मूर्ति के पास के कुएं की पड़ताल हुई। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन का दावा है कि कुएं के अंदर शिवलिंग मिला और वो कब्जे में लेने के लिए सिविल कोर्ट जा रहे हैं। हालांकि हिंदू पक्ष के दावे को मुस्लिम पक्ष ने खारिज कर दिया। वाराणसी में कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष सहायक आयुक्त एडवोकेट विशाल सिंह ने कहा कि हम जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट देने का प्रयास करेंगे। निर्बाध तरीके से कराया गया सर्वे।
वाराणसी कोर्ट का बड़ा आदेश
शिवलिंग की बरामदगी के बाद हिंदू पक्ष के लोग वाराणसी कोर्ट पहुंचे और उसके बाद कोर्ट की तरफ से जहां शिवलिंग मिला है उस जगह को सील करने के आदेश डीएम और कमिश्नर को जारी किए गए हैं। वाराणसी की अदालत ने डीएम वाराणसी को “उस क्षेत्र को सील करने और क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगाने का आदेश दिया है। सील किए गए क्षेत्र की सुरक्षा के लिए डीएम, पुलिस आयुक्त, पुलिस आयुक्त और सीआरपीएफ कमांडेंट वाराणसी जिम्मेदार हैं।”
हिंदू पक्ष का दावा-दावेदारी सफल रही
हिंदू पक्ष के वकील सुभाष नंदर चतुर्वेदी की तरफ से कहा गया कि भोले बाबा की नगरी में बाबा के दर्शन हर जगह होते हैं। उन्होंने कहा कि एक तालाब है और उसके बीच में जाने का रास्ता नहीं मिल पाया है। इसके साथ ही हिन्दू पक्ष की तरफ से दावा किया गया है कि जो वादा किया था उसमें दावेदारी सफल रही है।
कश्मीरी पंडितों ने बीजेपी नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की, रो पड़ी महिलाएं
‘हर हर महादेव’ के नारे गूंजने लगा परिसर
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में याचिकाकर्ता सोहन लाल आर्य ने दावा किया कि जिस क्षण चीजें स्पष्ट हो गईं, मस्जिद परिसर में ‘हर हर महादेव’ के नारे गूंजने लगे। उन्होंने कहा किशिवलिंग, जिसकी नंदी प्रतिक्षा कर रही थी। विशेष कुछ नहीं बता सकते हैं, हालांकि मालूम तो सब है। लेकिन जो सोचा गया था उससे ज्यादा परिणाम मिला। आज का दिन बहुत बड़ा है। जैसे ही वो समय सामने आया मस्जिद प्रांगण हर-हर महादेव के नारों से गूज उठा। लोग नाचने लगे। सोहन लाल आर्य ने कहा कि इसके बाद जो पश्चिमी दीवार है वहां 75 फीट लंबा, 15 फीट ऊंचा मलबा है। उसके जांच कमीशन करने की मांग की जाएगी। पश्चिमी भाग के पास के 15 वाले मलबे में अखंड शिलाखंड, देवी-देवताओं की प्रतिमा और ध्वंस सबकुछ मिलेंगे।