मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय ने माफिया मुख्तार अंसारी को हिरासत में लिया है। मुख्तार के खिलाफ पिछले साल ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। अदालत ने अंसारी के खिलाफ वारंट बी जारी किया था।ईडी 2021 में अंसारी के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहा है। इसने पहले बांदा जेल में नेता का बयान दर्ज किया था।इससे पहले ईडी के अधिकारियों ने मुख्तार के विधायक बेटे अब्बास अंसारी और बहनोई आतिफ रजा को अंसारी और उनके रिश्तेदारों की फर्मों के बारे में जानकारी के साथ विभिन्न बैंक खातों में कई करोड़ रुपये के नकद लेनदेन की जानकारी मिलने के बाद मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था।
मनी लॉन्ड्रिंग केस में मुख्तार की पत्नी भी वांटेड
मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी भी ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वांछित है और केंद्रीय एजेंसी ने उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत उन्हें हिरासत में लिया। उन्हें एजेंसी द्वारा पेशी वारंट के आधार पर प्रयागराज की एक अदालत में पेश किया गया था।संघीय जांच एजेंसी ने नवंबर में प्रयागराज में अपने कार्यालय में पूछताछ के बाद उनके विधायक बेटे अब्बास अंसारी को भी गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले मुख्तार अंसारी के रिश्तेदार आतिफ रजा को गिरफ्तार किया गया था।
बांदा जेल में बंद हैं मुख्तार
मुख्तार अंसारी के खिलाफ धन शोधन का मामला उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज कई प्राथमिकियों से निकला है। इसके अलावा विकास कंसट्रक्शंस नामक कंपनी के खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की थी जिसे अंसारी की पत्नी, आतिफ रजा समेत दो रिश्तेदार तथा अन्य लोग चला रहे थे।मुख्तार अंसारी जमीन हथियाने, हत्या और वसूली समेत अन्य आरोपों पर उनके खिलाफ दर्ज कम से कम 49 आपराधिक मामलों के संबंध में ईडी की जांच के घेरे में हैं।वह हत्या के प्रयास और हत्या समेत कई मामलों में उत्तर प्रदेश में मुकदमों का सामना कर रहे हैं।