बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में जारी मतदान के बीच कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार और बिहार की नीतीश सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया है। इस दौरान उन्होंने पंजाब में दशहरा के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंके जाने वाली घटना का भी उल्लेख किया। राहुल गांधी ने यह बयानबाजी पूर्वी चंपारण में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए की।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लोगों से पूछा ये सवाल
इस चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कुछ साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आए थे और कहा था कि ये गन्ने का इलाका है, चीनी मिल चालू करूंगा और अगली बार आऊंगा तो यहां की चीनी चाय में मिलाकर पिऊंगा। चाय पी क्या आपके साथ?
लोकसभा से पारित हो चुके किसान बिल का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आम तौर पर दशहरे पर रावण के पुतले जलाए जाते हैं, लेकिन पंजाब में इस बार प्रधानमंत्री और अडाणी के पुतले जलाए गए। इस बार पूरे पंजाब में दशहरा पर रावण नहीं, नरेंद्र मोदी, अंबानी और अडाणी का पुतला जलाया गया। राहुल ने कहा कि ये दुख की बात है, लेकिन ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि किसान परेशान हैं।
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राहुल गांधी ने रोजगार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि बिहार के लोगों को दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, बेंगलुरु में रोजगार मिलता है लेकिन बिहार में नहीं मिलता। क्योंकि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की कमी है। रैली में मौजूद दीपक गुप्ता नाम के एक युवक का नाम लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी ने दीपक गुप्ता को नौकरी से निकाल दिया। राहुल ने दीपक से पूछा- आप दिल्ली में क्या काम करते थे, जवाब आया कि मेट्रो में। इस पर राहुल ने कहा कि बिहार मेट्रो में आपको काम क्यों नहीं मिला, क्योंकि यहां मेट्रो ही नहीं है।
लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को हुई परेशानियों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मजदूरों के लिए प्रधानमंत्री ने कोई इंतजाम नहीं किया गया, मजदूरों को पैदल भगाया। मैंने मजदूरों से मुलाकात की, उन्होंने बताया कि हमें कुछ टाइम दे देते तो घर चले जाते।